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पुलिसिया हिंसा पर प्रियंका गांधी की शिकायत पर यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी तलब

मानवाधिकार आयोग ने कहा गंभीर आरोप, 6 सप्ताह में दें जबाब

12 फरवरी को आज़मगढ़ में हुई पुलिसिया हिंसा के पीड़ितों से मिलेंगी महासचिव

लखनऊ/दिल्ली। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी व अन्य कांग्रेस नेताओं की  शिकायत पर नागरिकता संशोधन अधिनियम/एनआरसी के खिलाफ चल रहे शांतिपूर्ण-लोकतांत्रिक आंदोलन के दौरान पुलिसिया हिंसा और उत्पीड़न पर यूपी के मुख्यसचिव और पुलिस महानिदेशक को मानवाधिकार आयोग ने तलब किया है।

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यसचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब करते हुए 6 सप्ताह के भीतर जबाब मांगा है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी को पत्र भेजकर अवगत कराया है कि उनकी शिकायत पर कार्यवाही हो रही है।

कांग्रेस ने सीएए / एनआरसी के खिलाफ चल रहे शांतिपूर्ण आंदोलनों पर उत्तर प्रदेश की पुलिस द्वारा बर्बर दमन और उत्पीड़न का आरोप लगाया था। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आंदोलनकारियों से जाकर मिलीं और पुलिसिया आंतक की कहानी सुनीं। इसके बाद  प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने 27 जनवरी को मानवाधिकार आयोग से मिलकर शिकायत दर्ज करवाई।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तरफ से जारी प्रेस नोट में बताया गया कि पिछले दिनों आज़मगढ़ के बिलरियागंज में शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे आंदोलन का पुलिस ने बर्बर तरीके से दमन किया है। महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी 12 फरवरी को आज़मगढ़ पहुंचकर पीड़ितों से मुलाकात करेंगी।

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