गोरखपुर। सैयद सालार मसूद गाजी मियां रहमतुल्लाह अलैह जनसामान्य में बाले मियां के नाम से जाने जाते है। हजरत सैयद सालार मसूद गाजी मियां रहमतुल्लाह अलैह का प्रसिद्ध मेला मई माह की 17 तारीख से शुरू हो जाएगा। मेला बहरामपुर स्थित बाले मियां के आस्ताने पर अकीदत के साथ मनाया जाता है। पूर्वांचल की गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल माने जाने वाले इस मेले में भारी तादाद में अकीदतमंदों की सहभागिता होती है।
लगन की रस्म रविवार को अकीदत के साथ पूरी की गयी। शादी की तिथि 17 मई तय पायी गयी। सुबह से ही आस्ताने पर अकीदतमंदों का तांता लगा रहा। फज्र की नमाज के बाद गुस्ल शरीफ व कुरआन ख्वानी की रस्म हुई। दोपहर के वक्त अकीदममंदो के द्वारा लगन की रस्म अदा की गयी। अकीदतमंदो ने नरकटिया, नकहा, बसंतपुर सहित विभिन्न मोहल्लों से जुलूस की शक्ल में चादर के साथ अकीदतमंद दरगाह पर पहुंचे। चादर व गागर आस्ताने पर पेश किया गया। लोगों ने दुआ मांगी।
-भव्य मेला एक माह तक चलेगा
मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार में सहायक अध्यापक मोहम्मद आजम ने बताया कि हर साल लग्न की रस्म पंग पीढ़ी के रूप में मनायी जाती है। बहरामपुर में हर साल जेठ के महीने में यहां मेला लगता हैं जहां पर आस-पास के क्षेत्रों के अलावा दूर दराज से भारी संख्या में अकीदतमंद यहां आते है। मेला 17 मई से शुरू होकर 17 जून तक चलेगा।