गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 9 दिसम्बर को पिपराइच चीनी मिल और मुण्डेरवा चीनी मिल में सल्फरलेस प्लान्ट का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मुण्डेरवा एवं पिपराइच चीनी मिल की चीनी दुनिया के बड़े बड़े होटलों, चिकित्सालयों एवं दवाई कंपनियों तथा अन्य संस्थाओं में जायेगी जिससे दोनों जनपदों का नाम होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उ0प्र0 का हर एक कस्बा किसी न किसी चीनी मिल पर आधारित है। यहां किसानों की आजीविका, नौजवानों का रोजगार और नौकरी तथा व्यापारियों के व्यापार का माध्यम यह चीनी मिले थी। एक वर्ष में पुरानी चीनी मिलों में 12 लाख कुन्तल गन्ने की पेराई होती थी अब पिपराइच एवं मुण्डेरवा दोनों चीनी मिलों में एक वर्ष में 45-45 लाख कुन्तल गन्ने की पेराई हो रही है और किसानों को उनके गन्ने के मूल्य का भुगतान समय से हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल खण्ड में हमारे सामने चुनौती थी की चीनी मिले कैसी चलेंगी लेकिन प्रदेश की 119 चीनी मिले संचालित की और 119 चीनी मिलों को संचालन करने साथ साथ अब उ0प्र0 के अन्दर 01 लाख 12 हजार करोड़ रूपये के गन्ना मूल्य का रिकार्ड भुगतान किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत दो करोड़ 20 लाख से अधिक किसानों को लगभग 4 करोड़ 43 लाख रूपये उनके खातों में सीधे भेजा गया हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार विकास के साथ साथ लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करा रही है। आज ही 3209 नलकूप आपरेटरों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर में मेडिकल कालेज बन रहे है, गोरखपुर में एम्स का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि कोरोना में सबसे बड़ा प्रदेश होने के बाद भी प्रदेश सरकार, प्रशासन, जन प्रतिनिधि ने टीम भावना के रूप में कार्य कर मृत्यु दर को कम किया जिससे कोरोना से बचाव के कार्य को डब्लू.एच.ओ. द्वारा भी सराहा गया।
इस अवसर पर सांसद रविकिशन एवं विधायक पिपराइच महेन्द्रपाल सिंह ने भी लोगों को सम्बोधित किया।