गोरखपुर। मदन मोहन मालवीय प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) के द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राएं तीसरे सेमेस्टर की ऑफलाइन परीक्षा का विरोध कर रहे हैं। छात्र-छात्राओं की मांग है कि परीक्षा आनलाइन करायी जाय। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा मांगों को अनसुना करने पर मुख्यमंत्री से गुहार लगायी है।
एमएमएमयूटी प्रशासन ने 15 जनवरी से कैंपस में द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं की परीक्षा कराने की घोषणा की है। द्वितीय वर्ष में सात ब्रांचेज-मैकेनिकल, इलेक्टिकल, सिविल, केमिकल, इलेक्टानिक, कम्पयूटर साइंस और इन्फार्मेशन टेक्नोलाॅजी में करीब 900 छात्र पढ़ रहे हैं। छात्र-छात्रओं का कहना है कि उनके अभिभाव कोराना महामारी के मद्देनजर सुरक्षा की दृष्टिकोण से उन्हें कैंपस भेजने से डर रहे हैं।
एक छात्र ने गोरखपुर न्यूज लाइन को बताया कि एमएमएमयूटी यूजीसी एवं कोविड 19 के नियमों को ताक पर रख कर करीब 900 छात्र-छात्राओं को जबरन कैंपस में बुला रहा है और कैंपस में करीब 20 दिन रुकने के लिए 4000 रूपए भी जमा कर रहा है। छात्रों से एक स्व घोषणा पत्र भी भरवाया जा रहा है जिसमें ये लिखा है की वे इस बात से अवगत हैं कि उन्हें कोरोना भी हो सकता है तथा कॉलेज आने के लिए उन्हें बाध्य नहीं किया जा रहा है।
छात्रों का कहना है कि उन्होंने ऑनलाइन परीक्षा कराने की मांग की और कुलपति को कई ईमेल लिखे लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसके बाद 150 से अधिक अभिभावकों एवं छात्रों ने जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज करायी है और परीक्षा ऑनलाइन कराने की मांग की है।