गोरखपुर। दिशा छात्र संगठन ने यूपीटीईटी परीक्षा का पेपर लीक होने के विरोध में 29 नवंबर को हरिओम नगर बिस्मिल तिराहे पर विरोध प्रदर्शन किया गया। दिशा छात्र संगठन की अंजली ने कहा कि योगी सरकार के पिछले साढ़े चार साल के कार्यकाल में कोई भी ऐसी परीक्षा नहीं हुई जो भ्रष्टाचार या धांधली की भेंट न चढ़ी हो। एक तरफ़ योगी सरकार अपनी पीठ थपथपा कर अपनी कानून व्यवस्था के सबसे बढ़िया होने का झूठा दावा कर रही है। दूसरी ओर योगी सरकार की पोल खोलने वाले छात्रों-युवाओं पर लाठी बरसाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि अभी भी तमाम परीक्षाओं में पेपर लीक की जाँच चल रही है लेकिन कार्रवाई करने के नाम पर बस खानापूर्ति और लीपापोती ही होती है। सरकार के इस रवैये का खामियाज़ा आम छात्रों-युवाओं को भुगतना पड़ता है। आम तौर पर ठीकरा किसी सॉल्वर गैंग, किसी अधिकारी, कर्मचारी आदि के सिर पर फोड़ दिया जाता है। ज़ाहिर है कि सत्ता की मशीनरी के शामिल हुए बिना किसी परीक्षा में धांधली और पेपर लीक जैसी घटनाएं नहीं हो सकतीं।
एक तरफ 30 से 34 करोड़ छात्र-नौजवान बेरोजगारी में धक्के खा रहे हैं, आठ-आठ, दस-दस साल तैयारी करने के बाद भी रोजगार ना मिल पाने की वजह से छात्र हताश- निराश और डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं यहां तक कि आत्महत्या तक कर रहे हैं और दूसरी तरफ नौजवानों के प्रति असंवेदनशील सरकारे रोजगार के लिए कोई व्यवस्थित कदम नहीं उठा रही है और जो थोड़ी बहुत वैकेंसी आ भी रही हैं वह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जा रही हैं। ये छात्रों -नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
दिशा छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने इस धाँधली के ख़िलाफ़ बड़े आन्दोलन की तैयारी का आह्वान किया। विरोध प्रदर्शन में राजू, माया, राहुल, मनोरमा, दीपक, मुकेश, विकास आदि शामिल रहे।