गोरखपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे स्व. उपेन्द्र दत्त शुक्ल के बेटे अरविन्द दत्त शुक्ल , अमित दत्त शुक्ल और पत्नी शुभावती शुक्ला 20 जनवरी को सपा में शामिल हो गए। उम्मीद है कि एक-दो दिन में सपा शुभावती शुक्ल को गोरखपुर शहर सीट से सपा उम्मीदवार बना देगी।
लखनऊ में शुभावती शुक्ल और उनके दोनों पुत्रों के सपा में शामिल होने के वक्त सपा के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, अभी हाल में बसपा से सपा में आए विधायक विनय शंकर तिवारी, गोरखपुर के सपा के जिलाध्यक्ष अवधेश यादव, महानगर अध्यक्ष कृष्ण कुमार त्रिपाठी, पूर्व जिला अध्यक्ष नगीना साहनी, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रह्लाद यादव, प्रदेश सचिव जियाउल इस्लाम मौजूद थे।
उपेन्द्र दत्त शुक्ल का पिछले वर्ष हार्ट अटैक से निधन हो गया था।
60 वर्षीय उपेन्द्र शुक्ल वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा रिक्त किए गए गोरखपुर लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़े थे लेकिन सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद से हार गए थे। चुनाव के समय भी उनकी तबियत खराब हुई थी और उन्हें पीजीआई भर्ती कराना पड़ा था। इस कारण वह पांच दिन चुनाव प्रचार से दूर रहे थे। लोकसभा चुनाव में उन्हें दुबारा टिकट नहीं दिया गया। उनकी जगह सिने अभिनेता रवि किशन को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया और वे चुनाव जीत सांसद बन गए।
श्री शुक्ल भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष, क्षेत्रीय अध्यक्ष, गोरखपुर के जिलाध्यक्ष रहे। करीब 25 वर्ष के राजनैतिक जीवन पर उन्होंने अधिकतर समय भाजपा संगठन में बिताया। चुनावी सफलता उनसे हमेशा रूठी रही। वह तीन बार कौड़ीराम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े थे लेकिन सफल नहीं हो पाए।