गोरखपुर। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण संत कबीर नगर द्वारा मंगलवार को रासायनिक आपात स्थिति में बचाव का संयुक्त मॉक ड्रिल का अभ्यास गोरखनाथ फॉर्मूलेशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में किया गया।
अपर जिला अधिकारी मनोज कुमार सिंह और उप प्रभागीय मजिस्ट्रेट अजय कुमार त्रिपाठी की देख-रेख में गोरखनाथ फॉर्मूलेशन प्राइवेट लिमिटेड खलीलाबाद (संत कबीर नगर) में जिले की विभिन्न टीमों द्वारा सीबीआरएन (केमिकल, बायोलाजिकल, रेडियोलाजिकल और न्यूक्लियर) इमरजेंसी पर मेगा मॉक अभ्यास किया गया।
इसी क्रम में एन.डी.आर.एफ. के कमांडेंट मनोज शर्मा के दिशा निर्देशन में एनडीआरएफ समन्वयक व फायर ब्रिगेड मुख्य एजेंसी के तौर पर रही। इस कार्यशाला में तमाम विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी संस्थाओं के मध्य कार्य का विभाजन, आपसी समन्वय की स्थापना व आने वाले संभावित खतरों को ध्यान में रखते हुए अपनी अपनी कार्य योजनाओं को बनाया गया। इस मेगा मॉक अभ्यास का सम्पूर्ण नेतृत्व एनडीआरएफ की उप कमांडेंट प्रेम कुमार पासवान द्वारा गोरखपुर टीम के 35 सदस्यीय पूर्ण प्रशिक्षित टीम द्वारा किया गया।
निरीक्षक दीपक कुमार कमालिया ने बताया कि रासायनिक, जैविक व रेडियोधर्मी आपदा होते हैं
जिसके विषय में जानकारी ही बचाव का मूल मंत्र है। इस मेगा मॉक अभ्यास का मुख्य उद्देश्य किसी भी रासायनिक केमिकल एवं बायोलोजिकल आपदा के दौरान घायल व चोटिल व्यक्तियों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना, सभी रिस्पांस एजेंसियों का रिस्पांस चेक करना व सभी स्टेक होल्डर्स के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना है। इस मॉक अभ्यास द्वारा खोज, राहत व बचाव कार्य के संचालन में आने वाली कमियों की समीक्षा कर उन्हें दूर करना भी है और समय-समय पर इस तरह के मेगा मॉक अभ्यास द्वारा महत्वपूर्ण जीवन की रक्षा की जा सकेगी।
मेगा मॉक अभ्यास के दौरान अपर जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह, गोरखनाथ फार्मूलेशंन प्राइवेट लिमिटेड के शांतनु अग्रवाल, प्रबंधक दीनदयाल चौधरी, उप महाप्रबंधक प्रेम कुमार यादव सहित पूरा स्टाफ, रेस्कुअर एवं अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।