गोरखपुर। पिछले पाँच वर्ष से लगातार आयोजित हो रही ‘ बुद्ध से कबीर तक ‘ यात्रा इस वर्ष 22 नवम्बर से प्रारंभ हो रही है। भारत की साझी विरासत को संजोने और शान्ति, सद्भावना के प्रसार के लिए पांच दिनों की यह यात्रा इस साल गोरखपुर, देवरिया और महराजगंज जनपद में निकाली जाएगी, जिसके तहत विभिन्न स्थानों पर पदयात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रबोधन के माध्यम से लोगों के बीच देश की एकता और संवैधानिक राष्ट्रवाद के प्रति जागरूकता की अपील होगी।
यह जानकारी होटल क्लार्क में 20 नवम्बर को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बुद्ध से कबीर तक संस्था के संरक्षक गुजरात के पूर्व डीजीपी डॉ.विनोद मल्ल ने दी। उन्होंने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य जनता और खासकर युवाओं के बीच भारत की साझी संस्कृति और संवैधानिक राष्ट्रवाद की अवधारणा को सही तरीके से पहुंचाना है। शान्ति, सौहार्द और आपसी भाईचारे की भावना हमारे देश की मूल परम्पराएं हैं। पूर्वांचल की वैश्विक पहचान के रूप में बुद्ध और कबीर अपनी इन्हीं शिक्षाओं के लिए जाने जाते हैं। इसके साथ साथ गुरु गोरखनाथ, स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी, डॉ. अम्बेडकर जैसी अन्य महान विभूतियों के विचार भी यही सन्देश देते हैं। ऐसे में वर्तमान समय में हमें इनके विचारों और शिक्षा को अपनाने और उनपर अमल करने की ज़रूरत हैं।
यात्रा के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए यात्रा प्रभारी एस ए रहमान ने बताया कि 22 तारीख को शुरू होने वाली इस यात्रा का पहला कार्यक्रम गोरखपुर के एमएसआई इंटर कॉलेज में होगा। उसके बाद गीडा स्थित बुद्धा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में युवाओं के बीच यह यात्रा जाएगी। दूसरे दिन 23 नवम्बर को बडहलगंज स्थित सेंट जोसेफ स्कूल तथा नेशनल इंटर कॉलेज में कार्यक्रम के साथ नगर में पदयात्रा निकाली जाएगी। तीसरे दिन 24 नवम्बर का कार्यक्रम महाराजगंज जनपद में जिला प्रशासन के सहयोग से सुनिश्चित है जिसके तहत नगर में पदयात्रा और सेंट जोसेफ स्कूल में बच्चों के बीच कार्यक्रम के बाद जिले के ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्त्व रखने वाले रामग्राम स्थित बौद्धकालीन स्तूप से यात्रा प्रारम्भ होकर चौक बजार स्थित गोरखनाथ मंदिर परिसर में स्थानीय लोगों के बीच में कार्यक्रम के साथ संपन्न होगी।
छुटहे दिन 25 नवम्बर का कार्य्रकम देवरिया जनपद में सलेमपुर, खुखुन्दू और नगर के ऐतिहासिक राजकीय इंटर कॉलेज में होगा पाँचवे दिन 26 नवम्बर को गोरखपुर शहर में विशाल पदयात्रा और पादरी बाजार स्थित पीजीएसएस के ऑडिटोरियम में समापन कार्यक्रम के साथ इस वर्ष की यात्रा का यह वार्षिक समारोह संपन्न होगा।
संस्था की समन्वयक देवयानी ने बताया की पूरे साल देश के विभिन्न स्थानों पर अलग अलग रूप में आयोजित होने वाली इस यात्रा ने लोगों के बीच एक अलग मुकाम हासिल किया है। देश की अखंडता और एकता को मजबूत बनाए रखने के इस प्रयास में उन्होंने सभी लोगों से जुड़ने की अपील की।
इस मौके पर बुद्ध से कबीर तक संस्था की श्रीमती अनुराधा मल्ल (पूर्व आइएएस गुजरात), सेराज अहमद अब्दुल्लाह, क्षितिज मल्ल, शैलेन्द्र कबीर, आदित्य राजन, दीपक पाण्डेय, सुधीर टेकरीवाल, अजीत सिंह, आरपीएन सिंह आदि मौजूद रहे।