गोरखपुर। प्रेमचंद साहित्य संस्थान ने 27 मार्च को प्रेमचंद पार्क स्थित पुस्तकालय में युवा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया जिसमें युवा पीढ़ी के नवोदित रचनाकारों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया और वरिष्ठ कवियों कि रचनाएं भी सुनीं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध गजलगो सरवत जमाल और संचालन प्रेमचंद साहित्य संस्थान के सचिव प्रो. राजेश मल्ल ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में कर्मभूमि पत्रिका के सहायक सम्पादक तथा वरिष्ठ आलोचक कपिल देव ने सहभागिता की। अपने वक्तव्य में कपिल देव ने युवा रचनाकारों को साहित्य जगत में लंबे समय तक बने रहकर उल्लेखनीय योगदान देने के लिए भाषा पर अधिकार प्राप्त करने और महान कवियों को निरंतर अध्ययन करते रहने का सुझाव दिया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ गीतकार वीरेंद्र मिश्र दीपक और सुख्यात गजल गो सरवत जमाल, प्रोफेसर राजेश मल्ल और कवयित्री डा सुनीता अबाबील की रचनाओं को नये रचनाकारों ने बड़े ही मनोयोग से सुना और सराहा भी। इससे पूर्व जिन नये कवियों ने काव्यपाठ किया, उनमें सुश्री प्रखर वसुंधरा वर्मा, श्वेता सिंह, नित्या त्रिपाठी, रिंकी प्रजापति, अविनाश भारती, ईश कुमार के नाम उल्लेखनीय हैं। इनके अलावा कार्यक्रम में अंकुर मौर्य, लक्ष्मी राय, नेहा यादव, रोहित यादव ने भी रचना पाठ किया।
संस्थान के सचिव प्रो राजेश मल्ल ने सभी आगतों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज के कार्यक्रम से आभास हुआ कि गोरखपुर के साथ ही पूर्वांचल की साहित्यिक विरासत को और समृद्ध बनाने में प्रतिभाओं की कमी नहीं होने वाली है। युवाओ की उपस्थिति ने साबित किया कि नई पीढी का साहित्य के प्रति अनुराग कितना गहरा है। अं