गोरखपुर। बड़हलगंज क्षेत्र के रुदौली गांव में 26 जुलाई को अश्लील गीत बजाने से मना करने पर खनन माफियाओं द्वारा दलित युवक की हत्या और चार लोगों को घायल करने की घटना से दलित संगठनों में आक्रोश है। दलित संगठनों ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई करने, दलित परिवार को मुआवजा देने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
पूर्वांचल सेना ने रुदौली गांव में दलित राजकिशोर की हत्या के खिलाफ एक अगस्त को जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा।
ज्ञापन में जातिवादी हिंसा मे मारे गए राजकिशोर के परिजनों को मुआवजा, सुरक्षा हेतु बंदूक का लाइसेंस देने और हत्यारों पर रासुका लगाने की मांग की गई है।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि यह घटना जातीय वर्चस्व स्थापित करने के उद्देश्य से की गई है क्योंकि राज किशोर का हत्यारों से कभी भी किसी प्रकार का कोई विवाद या झगड़ा नहीं रहा है। अश्लील गाने बजाने का विरोध करना जातीय श्रेष्ठता के घमंड में डूबे लोगों को नागवार लगा कि कैसे कोई दलित व्यक्ति हमको अश्लील गाना बजाने से रोक सकता है।
उन्होंने कहा कि जातीय वर्चस्व स्थापित करने के उद्देश्य किया गया यह कृत्य समाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण और देश में एकता और अखंडता के लिए खतरा है।
उन्होंने पीड़ित परिवार के सदस्यों को 20 लाख रुपए मुआवजा और घर के मालिक सदस्यों के नाम से बंदूक का लाइसेंस देने की मांग करते हुए कहा कि राजकिशोर के परिवार को आत्मरक्षा के लिए सक्षम बनाना जरूरी है। उनके परिवार में तीन बेटियां व एक बेटा है जो पढ़ाई कर रहे हैं। इसलिए उनके जीविकोपार्जन की व्यवस्था भी करनी होगी।
इस अवसर पर सुरेंद्र कुमार राजा, चंद्रेश आजमगढ़ी, अरनव गुप्ता, इश कुमार, अमरनाथ निषाद, मंजेश कुमार, प्रतिमा सहाय, शुभम सोनकर, आदित्य देव, तारिक़ आलम, कमलेश कुमार, प्रदीप कुमार, गोल्डन कुमार, ऋषभ राव आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
पुलिस की कर्रवाई असंतोषजनक -अम्बेडकर जन मोर्चा
अम्बेडकर जन मोर्चा के मुख्य संयोजक श्रवण कुमार निराला ने रुदौली गाँव में दलित राजकिशोर कि हत्या की घटना में पुलिस कार्यवाही पर असंतोष जताते हुए राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।
श्री निराला ने कहा कि 26 जुलाई को रूदौली में अनुसूचित जाति के राजकिशोर की गोली मारकर दिन दहाड़े हत्या कर दी गई। राजकिशोर के दरवाजे पर चढ़ कर आरोपियों ने इस दुर्दान्त हत्याकाण्ड को अंजाम दिया। अंधाधुंध फायरिंग कर राजकिशोर की हत्या कर दी गई और अरविन्द, सुभाष, सूर्य प्रकाश, अमरजीत को गम्भीर रूप से घायल कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि इस घटना में पुलिस की कार्यवाही संतोष जनक नहीं है क्योंकि मृतक के घर पर हमलावर चढ़कर हमला किए जिसमें दर्जनों लोग शामिल थे। हमला करने वाले एक ही जाति के थे। हमलावर ट्रैक्टर ट्राली, बोलेरौ तथा मोटर साइकिल पर हथियारों से लैस होकर आए थे। अंधाधुंध फायरिंग कर पूरे गाँव में आतंक फैलाकर उक्त घटना को अंजाम दिया गया। इस घटना में स्थानीय पुलिस ने कुछ लोगों को ही अभियुक्त बनाया है। घटना में शामिल कई लोगों को स्थानीय पुलिस बचा रही है।
श्री निराला ने मृतक परिवार को एक करोड़ रूपया का आर्थिक सहयोग, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी,
मृतक के परिवार के साथ-साथ घायलों के परिजनों को असलहा का लाइसेंस, सभी घायलों को 50-50 लाख रूपया की आर्थिक सहायता की मांग करते हुए कहा कि सभी आरोपियों का घर बुलडोजर लगा कर गिराया जाये जैसे अब तक उत्तर प्रदेश सरकार ने कई अन्य मामले में किया है।