गोरखपुर। भारतीय जनता पार्टी ने गोरखपुर मंडल की नौ सीटों में से आठ पर अपने पुराने प्रत्याशियों पर भरोसा बरकरार रखते हुए उन्हें टिकट दे दिया है। देवरिया लोकसभा सीट से भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। उम्मीद की जा रही है कि यहां से किसी नए प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा।
भाजपा ने शनिवार की रात 195 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए। इसमें उत्तर प्रदेश के 51 प्रत्याशियों के नाम है। घोषित प्रत्याशियों में सिर्फ चार नए नाम हैं। श्रावस्ती से प्रधानमंत्री के निजी सचिव रहे नृपेन्द्र मिश्र के बेटे साकेत मिश्र, अम्बेडकर नगर से बसपा छोड़ भाजपा में आए वर्तमान सांसद रितेश पांडेय, जौनपुर से महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्य मंत्री कृपाशंकर सिंह, नगीना सुरक्षित से ओम कुमार को प्रत्याशी बनाया गया है। ये चारों सीट भाजपा हार गयी थी।
घोषित प्रत्याशियों में 44 मौजूदा सांसद हैं। पिछले चुनाव में हारी हुई सात सीटों में से तीन पर पुराने प्रत्याशियों कुंवर सिंह तंवर (अमरोहा), रामेश्वर लाल सैनी (संभल) और नीलम सोनकर (लालगंज) को ही उतारा गया है।
गोरखपुर मंडल की नौ में से आठ सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए गए है। इन सीटों पर मौजूदा सांसदों-पंकज चौधरी (महराजगंज) , जगदम्बिका पाल (डुमरियागंज), रविकिशन (गोरखपुर), विजय कुमार दुबे (कुशीनगर), कमलेश पासवान (बांसगांव), हरीश चन्द्र द्विवेदी (बस्ती), प्रवीण निषाद (संतकबीरनगर) को फिर प्रत्याशी बनाया गया है।
पंकज चौधरी महराजगंज से आठ बार चुनाव लड़ चुके हैं और उन्हें छह बार सफलता मिली है। कमलेश पासवान लगातार चौथी बार बांसगांव से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। जगदम्बिका पाल भी डुमरियागंज से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ेगे। इसके पहले वह बस्ती से कांग्रेस सांसद रह चुके हैं। विजय कुमार दुबे, रविकिशन लगातार दूसरी बार चुनाव मैदान में उतरेंगे।
भाजपा ने देवरिया सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। यहां से वर्तमान में डाॅ रमापति राम त्रिपाठी सांसद है। उम्मीद की जा रही है कि भाजपा इस सीट पर नए चेहरे को सामने लायेगी। नए चेहरों में पूर्व सांसद श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी के बेटे शशांक मणि त्रिपाठी और देवरिया के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी के नाम की चर्चा है।
भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 29 सीटों पर प्रत्याशी अभी घोषित नहीं किए है। इनमें से मिर्जापुर और रार्बट्सगंज अपना दल के खाते में हैं तो बिजनौर व बागपत सीट रालोद को दिया जाएगा। घोसी लोकसभा सीट ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के खाते में जाने की उम्मीद है। भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी भी दो सीटों की मांग कर रही है। निषाद पार्टी के अध्यक्ष डाॅ संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद को भाजपा ने अपने सिबंल पर संतकबीरनगर से दुबारा चुनाव मैदान में उतारा है। निषाद पार्टी को अधिक से अधिक एक सीट मिल सकती है।