गोरखपुर। समाजवादी पार्टी ने कुशीनगर लोकसभा क्षेत्र से अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू सैंथवार को प्रत्याशी बनाया है। शुक्रवार को पार्टी की ओर से इसकी घोषणा की गई। सपा ने कौशांबी से सपा के वरिष्ठ नेता इन्द्रजीत सरोज के बेटे पुष्पेन्द्र सरोज को प्रत्याशी बनाया है।
कुशीनगर से प्रत्याशी बनाए गए अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू सैंथवार देवरिया से भाजपा से दो बार विधायक रहे जनमेजय सिंह के बेटे हैं। श्री जनमेजय सिंह देवरिया जिले के वरिष्ठ नेता थे जिनका 2020 में निधन हो गया था। उनके निधन के बाद 2020 में हुए उपचुनाव में भाजपा ने अजय प्रताप सिंह को टिकट नहीं दिया। श्री सिंह नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ गए। उन्हें 19282 वोट मिले और उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
दो वर्ष बाद 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में सपा ने पिंटू सिंह को उम्मीदवार बनाया। इस बार उन्हें भाजपा के प्रत्याशी शलभ मणि त्रिपाठी से पराजित होना पड़ा। पिंटू सिंह को 66046 वोट मिले।
पिंटू सिंह के पिता जनमेजय सिंह 2012 और 2017 में भाजपा से देवरिया के विधायक रहे। इसके पहले वह 1996 व 2002 में बसपा के टिकट पर तथा 2007 में भाजपा के टिकट पर गौरीबाजार विधानसभा से चुनाव लड़े थे लेकिन हार का सामना करना पड़ा था।
सपा ने कुशीनगर लोकसभा क्षेत्र में सैंथवार बिरादरी की अच्छी-खासी संख्या को देखते हुए अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू सैंथवार पर दांव लगाया है। सैंथवार मल्ल महासभा ने भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस से मांग की थी कि उनके समाज के लोगों को प्रत्याशी बनाया जाए। महासभा ने कहा था कि नौ लोकसभा क्षेत्र में उनकी बिरादरी की अच्छी-खासी संख्या है लेकिन राजनीतिक दल उन्हें प्रतिनिधित्व नहीं दे रहे हैं। उनके समाज को जो दल प्रतिनिधित्व देगा उसका समर्थन किया जाएगा। सैंथवार मल्ल महासभा ने इसी मांग को लेकर फरवरी में गोरखपुर के चम्पा देवी पार्क में बड़ी रैली की थी।
कुशीनगर में यदि पिंटू सैंथवार को अपनी बिरादरी के साथ-साथ सपा के परम्परागत वोट मिलते हैं तो वे भाजपा प्रत्याशी वर्तमान सांसद विजय कुमार दुबे को कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
पूर्व मंत्री एवं राष्टीय शोषित पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी कुशीनगर से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। उन्होंने आशा प्रकट की थी कि इंडिया गठबंधन उन्हें समर्थन देगा लेकिन अब जब सपा ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है तो देखना है कि स्वामी प्रसाद मौर्य का अगला कदम क्या होगा। हालांकि उनके नजदीकी लोग बता रहे हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्य हर हाल में चुनाव लड़ेंगे। उनके बेटे कुशीनगर में सक्रिय बताये जा रहे हैं। यदि स्वामी प्रसाद मौर्य भी मैदान में बने रहते हैं तो कुशीनगर का चुनावी संघर्ष बहुत रोचक हो जाएगा।