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आइसा, आरवाईए ने नीट प्रवेश परीक्षा में पेपर लीक के खिलाफ आक्रोश सभा की,  राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

इलाहाबाद। नीट यू.जी. प्रवेश परीक्षा 2024 में धांधली, भ्रष्टाचार के खिलाफ आइसा, आरवाईए ने 19 जून को जिलाधिकारी कार्यालय पर आक्रोश सभा की और जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज पेपर लीक के दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने, नीट यूजी की परीक्षा फिर से कराने और भविष्य में पेपर लीक की घटना को रोक लगाने की मांग की।

आक्रोश सभा को संबोधित करते हुए आइसा इविवि इकाई के उपाध्यक्ष सुजीत ने कहा कि 67 अभ्यर्थियों को 100% अंक प्राप्त हुए हैं। विभिन्न समाचार स्रोतों से आ रही सूचनाओं में नीट यू.जी. 2024 की परीक्षा में एक ही सेंटर या कोचिंग से संबंधित कई छात्रों का शत प्रतिशत अंक प्राप्त करना, ऊपर से 100 अंक (720_620) के अंदर आने वाले रैंक में भारी वृद्धि ने न सिर्फ आश्चर्यचकित कर रहा है बल्कि पूरी परीक्षा प्रक्रिया पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। लगभग एक साथ वितरित किए गए अनुक्रमांक के अभ्यर्थियों का परीक्षा में टॉप करना इस चिंता को और जायज ठहरा रहा है।

आइसा इकाई की सह सचिव कंचन ने कहा कि 2017 से अब तक कई परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं। सरकार पेपर लीक पर रोक नही लगा पा रही है। ये छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।

आरवाईए प्रदेश सह सचिव सोनू यादव ने कहा कि एनटीए पारदर्शी परीक्षाएं करवाने में पूरी तरह नाकाम रहा है क्योंकि एनटीए खुद अपने आप में कोई संस्था नहीं है बल्कि ढेर सारी प्राइवेट आईटी कंपनियों का एक गठजोड़ है जो प्राइवेट कंपनियों की मुनाफाखोरी और नकल माफियाओं के धनउगाही के मॉडल पर चल रहा है। मोदी और योगी की पूरी सरकार कॉर्पोरेट परस्ती में लिप्त है। इसलिए पेपर लीक नहीं रुक रहे हैं। इस पूरी प्रक्रिया में व्याप्त भारी अपारदर्शिता और भ्रष्टाचार को लेकर अभ्यर्थियों में काफी आक्रोश है।  परीक्षा में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ जगह – जगह विरोध प्रदर्शन दर्ज हो रहे हैं। आरवाईए सभी छात्रों के साथ अपनी एक जुटता व समर्थन जाहिर करता है।

सभा का संचालन आइसा के सुयश ने किया। सभा में विवेक, भानु, सौरभ, अनिरूद्ध, सुनील, प्रदीप, विश्वनाथ शामिल रहे।

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