साहित्य - संस्कृति

कार्यशाला के समापन पर “ एक था गधा उर्फ़ अलादाद ख़ाँ ” का मंचन

गोरखपुर 25 जुलाई । भारतेंदु नाटक अकादमी लखनऊ उत्तर प्रदेश एवं दर्पण गोरखपुर रंग मंडल के संयुक्त तत्वावधान में  20 जून से 23 जुलाई तक चली रंगमंच कार्यशाला के अंतर्गत तैयार प्रस्तुति देश के मशहूर नाटककार शरद जोशी द्वारा लिखित नाटक  “ एक था गधा उर्फ़ अलादाद ख़ाँ ” का मंचन रैंपस स्कूल स्थित प्रेमचंद सभागार में किया गया । नाटक का निर्देशन वरिष्ठ रंगकर्मी अजीत प्रताप सिंह ने  किया ।

 प्रस्तुति के माध्यम से सियासत की सनक और व्यवस्था के पाखंड से पर्दा उठाया गया है । नाटक में यह दिखाया गया कि हुक्मरानों द्वारा व्यवस्था का इस्तेमाल कर के आम आदमी को किस प्रकार बलि का बकरा बनाया जाता है और कैसे एक नागरिक अलादाद खान को सत्ताधीश को खुश रखने के लिए मार डाला जाता है । नाटक व्यंग्य के साथ सामाजिक एवं राजनीतिक विद्रूपता को हमारे सामने लाकर खड़ा कर देता है कि किस प्रकार सत्ताधारी स्वार्थ सिद्धि एवं अपने को बड़ा और महान बताने के लिए मनमाने ढंग से आम लोगों को रौंद देते हैं ।

नाटक में नवाब की भूमिका में उपहार मिश्र, कोतवाल- अविनाश राव, रामकली- बबीता शर्मा, चिंतक एक- मनोज माही, चिंतक दो- प्रदीप सिंह, सूत्रधार- राकेश कुमार, देवीलाल- महेश तिवारी, अलादाद खां- तानसेन सूरज, नत्थू- विशाल राव, जुग्गन- संजय सोनी, तथा नागरिकों की भूमिका में क्रमशः अमित यादव, विमल श्रीवास्तव, एवं राज गुप्ता ने अपने कुशल अभिनय का परिचय दिया ।

रंगदीपन- श्रेयांश पाल, मंच सज्जा- रवीन्द्र रंगधर, रूपसज्जा- राधेश्याम , वस्त्र विन्यास- रीना जायसवाल, संगीत निर्देशन- पिंटू प्रीतम तथा पार्श्व गायकी साक्षी श्रीवास्तव का रहा ।

नाटक में प्रस्तुति सहयोग मानवेंद्र त्रिपाठी, प्रस्तुति नियंत्रण- रवीन्द्र रंगधर, सह निर्देशन- शरद श्रीवास्तव तथा प्रस्तुतकर्ता रवि शंकर खरे रहे । इस अवसर पर संस्था के वरिष्ठ कलाकार दीप शर्मा एवं अशोक महर्षि का विशेष सहयोग रहा । विशिष्ट अतिथि प्रो चितरंजन मिश्र, कुमार हर्ष एवं गोरखपुर थियेटर एसोसिएशन की अध्यक्ष विनीत श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । यह आयोजन गोरखपुर थियेटर एसोसिएशन के सहयोग से किया गया ।

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