पवई (आज़मगढ़)। पवई ब्लॉक मुख्यालय स्थित विद्युत उपकेंद्र पर अघोषित बिजली कटौती के खिलाफ़ सोमवार को तीसरे दिन भी किसानों का सत्याग्रह जारी रहा। बिजली कटौती और नहरों में पानी की समस्या को लेकर तहसील और ज़िला मुख्यालय पर जाकर किसानों द्वारा विरोध दर्ज किया जाएगा।
किसान नेताओं ने कहा कि रोपनी के मौसम में बिजली कटौती सरकार की किसान विरोधी मानसिकता को उजागर करती है। जो थोड़ी बहुत बिजली आ रही है, कम वोल्टेज के चलते ट्यूबवेल के मोटर नहीं चल पा रहे हैं, जिससे रोपनी नहीं हो पा रही है। जो ट्रांसफार्मर जल गए हैं, कई-कई दिन बीत जा रहा पर उन्हें बदला नहीं जा रहा है। लाल बहादुर शास्त्री इंटर कॉलेज मिल्कीपुर, पवई पर लगा ट्रांसफार्मर पिछले 20 दिन में आज तीसरी बार जला। बिजली न रहने से विद्यालय में छात्रों का पढ़ना मुश्किल हो गया है। भयंकर गर्मी में दुकानदार और ग्रामवासियों का जीना दूभर हो गया है।
किसानों ने मांग की कि ट्रांसफार्मर की क्षमता 63 केवी करके अतिशीघ्र लगाया जाए। सरकार ने किसानों के ट्यूबेल पर मीटर लगाया और अब कह रही है कि घरेलू कनेक्शन नहीं लेंगे तो ट्यूबल मीटर का भुगतान करना होगा। किसानों की मांग है कि 300 यूनिट घरेलू बिजली फ्री दी जाए। समस्या का हल जब तक नहीं होगा, किसान सत्याग्रह जारी रहेगा।
सत्याग्रह में पूर्वांचल किसान यूनियन के महासचिव वीरेंद्र यादव, सोशलिस्ट किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव राजीव यादव, राजेंद्र प्रसाद मौर्या, अनिल श्रीवास्तव, अनिल अग्रहरी, राजन अग्रहरी, पन्ना लाल मौर्य, धर्मेंद्र कुमार अग्रहरी, शुभम भोजवाल, मोनू, सुंदरम, दानीश, फैसल, मोहम्मद रमजान, अमन अग्रहरी, दिनेश यादव आदि शामिल थे।