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‘ अज्ञानी जी ने पूर्वांचल की कृषि पेशे से जुड़ी 26 जातियों को एकता के सूत्र में पिरोया ’

‘’गोरखपुर। चौधरी नरसिंह पटेल ‘ अज्ञानी जी ‘ ने पूर्वांचल में कृषि पेशे से जुड़ी कुर्मी समूह के सभी 26 जातियों को एक सूत्र में पिरोया और उनके सशक्तीकरण हेतु हर संभव कोशिश में जुटे रहें। वे सच्चे अर्थों में कुर्मी समाज के सच्चे मसीहा थे।

यह बातें पनियरा के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ने दीपदान महोत्सव आयोजन समिति ( D-MASK) के तत्वावधान में आयोजित चौधरी नरसिंह पटेल ‘ अज्ञानी जी ‘ के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही। यज आयोजन पूर्व विधायक बाबू केदारनाथ सिंह सैंथवार के आवास पर आयोजित किया गया था।

श्री सिंह ने कहा कि लोकतंत्रवादी व्यवस्था में संख्या बल बहुत मायने रखता है। समाज की समाजिक, आर्थिक और राजनैतिक ताक़त तभी संभव है जब समाज एकजुट और संगठित रहे। उनके सदप्रयासों से विभिन्न फिरके में बँटा कुर्मी समाज एकजुट हुआ जिससे समाज में हर तरह की मज़बूती आयी।

विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक देवनारायण उर्फ़ जीएम सिंह ने कहा कि अज्ञानी जी के प्रयासों से ही कुर्मी और सैंथवार एकजुट हुए।  सैंथवार समाज के आरक्षण की लड़ाई में अज्ञानी जी ने बाबू केदारनाथ सिंह, स्व. राजेश सिंह, स्व. जनमेजय सिंह, डॉ. बीएन सिंह आदि के साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया। उन्होंने सैंथवार समाज को आरक्षण दिलाने में भी बहुत सहयोग किया था। जब सैंथवार मल्ल बिरादरी का एक भी शख़्स कुर्मी तो छोड़िए आरक्षण के ही फ़ेवर में नहीं था, तब समाज के इन्हीं चंद दिवंगत बुजुर्गों ने समाज को आरक्षण दिलाया। जहां कई सवर्ण जातियाँ अपने को आरक्षण के दायरे में लाने के लिए प्रयासरत थीं वहीं हमारा समाज आरक्षण को गाली दे रहा था। ये लोग कितने जीवट और विजनरी थें तब ये लोग समाज में आरक्षण का लाभ बता रहे थें। इन्हीं सभी लोगों के मेहनत का परिणाम है कि पिछले और वर्तमान लग्न में लगभग 73 सादियों में मैं गया जो कुर्मी और सैंथवारों के बीच हुई।

देवरिया से सपा से लोकसभा चुनाव लड़ चुके विशिष्ट अतिथि अजय प्रताप सिंह उर्फ़ पिंटू सिंह ने कहा कि मेरे पिता स्व. जनमेजय सिंह, बाबू केदारनाथ सिंह, स्व. राजेश सिंह और अज्ञानी जी ने समाज को जो दिशा दी है, उससे आगे समाज को ले जाना हम सभी नौजवानों का फ़र्ज़ है, जिसे निभाना ही पड़ेगा।

कार्यक्रम  की अध्यक्षता कर रहे दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह ने कहा कि अज्ञानी जी कुर्मी समाज के एकता के पुंज थें। वे वास्तव में फ़क़ीर आदमी थे। उन्होंने  इस कार्यक्रम हेतु डीमास्क संस्था और उनकी टीम के प्रति आभार भी व्यक्त किया।  श्रद्धांजलि सभा में दूर-दूर से पधारे सभी आगंतुकों के प्रति भी उन्होंने आभार ज्ञापित किया।

इस अवसर पर अखिल भारतीय कर्मी क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष श्याम सुंदर पटेल, अध्यापक, डीमास्क एवं सैंथवार मल्ल महासभा के संरक्षक राम सिंह, संस्था के अध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य छोटे सिंह, जिला पंचायत सदस्य दिलीप कुमार सिंह, पूजिप राम बदन सिंह, सैंथवार मल्ल महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विश्वजीत सिंह, पूर्व छात्रनेता पवन सिंह, ब्लाक प्रमुख भटहट प्रतिनिधि राघवेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व ब्लॉक प्रमुख सहजनवां राम प्रकाश शुक्ल, जय प्रकाश मल्ल, रामानन्द सिंह चेयरमैन हाटा, अरविंद सिंह सैंथवार महासचिव भाकियू समाज पार्टी, कृष्णमोहन सिंह बबलू ने श्रद्धांसुमन अर्पित करते हुए उनके सामाजिक कार्यों को याद किया।

इस कार्यक्रम में डीमास्क के पदाधिकारी महेंद्र प्रताप मल्ल, रमेश सिंह, मारकंडे सिंह मिंटू, डॉ. रवींद्र पीएस, राजेश सिंह खरैला, रणविजय सिंह, राजेश सिंह फ़ोटो, जय प्रकाश मल्ल, अन्य प्रबुद्ध जन एवं समाजसेवी अनिरुद्ध सिंह बड़े, ई. रमेश सिंह, अभिषेक सिंह, राजकुमार मिश्र, उत्कर्ष तिवारी, डॉ. जनार्दन सिंह, डॉ. रवींद्र सिंह, अखिलेश मल्ल, अशोक यादव, धीरेंद्र प्रताप सिंह छपियां, अनिल कुमार सिंह, राजीव सिंह, कृष्ण प्रताप सिंह, हनुमान सिंह सोनौरा, डॉ. बीपी सिंह, आलोक कुमार वर्मा, ज्ञानी सिंह, मनोज सिंह पप्पू, काली प्रसाद प्रधान, भोला सिंह फ़ौजी (कोषाध्यक्ष सैंथवार महासभा),  उमेश सिंह, दिलीप सिंह, विशाल सिंह, मणिदेव मल्ल, राम उग्रह यादव, प्रियांशु सिंह सैंथवार, अजीत सिंह सैंथवार, अमरजीत यादव, प्रभाकर सिंह, अवधेश कुमार सिंह, धीरेंद्र सिंह एडवोकेट, रोहित, अविनाश पटेल, दिलीप वर्मा, मनोज वर्मा, संदीप कुमार सिंह, राजेंद्र चौधरी, मनीष सिंह युवा नेता, शतीश सिंह (सै. म. महासभा महानगर अध्यक्ष) पंकज सिंह, बृजेन्द्र सिंह अध्यापक, शोध छात्र सुजीत कुमार सिंह, मिथिलेश सिंह, आदि सैकड़ों लोगों ने श्रदासुमन अर्पित कर उन्हें याद किया।

कार्यक्रम का संचालन संस्था के महासचिव, पूजिपस एसपी सिंह सैंथवार ने किया।

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