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इंकलाबी नौजवान सभा 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण घोटाले के खिलाफ प्रदर्शन करेगा 

इलाहाबाद। इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) ने  इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पंत छात्रावास के अंबेडकर प्रतिमा के सामने बैठक कर 69000 शिक्षकों की भर्ती में आरक्षण घोटाला के खिलाफ प्रदर्शन करने का निर्णय लिया।

बैठक में इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य ने कहा किभाजपा सरकार लगातार वंचित तबके पर हमलावर है। नौकरियों के साथ-साथ आरक्षण को पूरी तरह से खत्म कर देने पर आमादा है। 69000 शिक्षक भर्ती में जनरल अभ्यर्थियों की अंतिम कटऑफ 67.11, ओबीसी वर्ग की कटऑफ 66.73, अनुसूचित जाति वर्ग की कटऑफ 61.01 और अनुसूचित जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों की कटऑफ 56.09 तक गई। जनरल और ओबीसी की कटऑफ में सिर्फ 0.38 अंक का अंतर रहा। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि 18,988 पदों पर आरक्षण घोटाला हुआ है। ओबीसी वर्ग को 27 फीसदी की जगह सिर्फ 3.86 फीसदी आरक्षण मिला। अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग को 21 फीसदी की जगह 16.2 फीसदी आरक्षण मिला।

उन्होंने कहा कि आरक्षण घोटाले के खिलाफ 16 अगस्त 2024 को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ की डबल बेंच ने फैसला दिया . जिसमें बेसिक शिक्षा विभाग को 69,000 सहायक शिक्षक भर्ती की तीन महीने में नई चयन सूची जारी करने का आदेश दिया। डबल बेंच ने आरक्षण नियमावली 1994 की धारा 3 (6) और बेसिक शिक्षा नियमावली 1981 का पालन करने का सरकार को आदेश दिया है। सामान्य सीट पर अगर आरक्षित वर्ग का मेरीटोरियस कैंडिडेट सामान्य वर्ग के बराबर अंक पाता है, तो उसको सामान्य वर्ग में रखा जाएगा। बाकी की 27% सीटों को ओबीसी और 21% को SC से भरा जाएगा। कोर्ट ने आदेश दिया कि पुरानी चयन सूची के आधार पर वर्तमान में जो अध्यापक काम कर रहे हैं, वे अध्यापक नई चयन सूची आने के बाद बाहर होंगे। वे वर्तमान शैक्षिक सत्र तक पद पर कार्य करते रहेंगे।

आरवाईए के प्रदेश सचिव सोनू यादव ने कहा कि दौरान हुए आरक्षण घोटाले में नुकसान का आकलन किया जाए तो यह लगभग 5000 करोड़ रुपए होगा। छेनीति होने से वंचित हुए 19000 अभ्यर्थियों को 48 महीने का वेतन ( 55000 हजार रुपए प्रतिमाह) का नुकसान तो हुआ ही , उनका मानसिक ऑ शारीरिक उत्पीड़न भी हुआ। इसकी भरपाई कैसे होगी, इसका जवाब कौन देगा ?

आरवाईए नेता विवेक सुल्तानवी ने 69000 शिक्षक भर्ती आरक्षण घोटाला पर हाईकोर्ट के फैसले को शीघ्र लागू करने, दोषियों को सजा देने, आरक्षण घोटाले से हुए लगभग ₹5000 करोड़ नुकसान की भरपाई करने, इस घोटाले के जिम्मेवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग को लेकर 4 सितंबर को जिला मुख्यालय पर होने वाले प्रदर्शन में शामिल होने का आवाहन किया।

बैठक में डॉ ओमप्रकाश कनौजिया, राजेश यादव, धर्मेंद्र कुमार निषाद, शैलेश राठौर, सुजीत कुमार, जयप्रकाश, मनोज कुमार सोनकर, अखिलेश प्रताप, बावेल वर्मा, लालता प्रसाद, नवीन यादव, आशीष पासवान, सुजीत कुमार समेत दर्जनों प्रतियोगी छात्र शामिल रहे।