समाचार

 देवरिया और नवलपुर बाईपास के प्रभावित किसानों का जोरदार प्रदर्शन, मुआवजे में कटौती का विरोध किया

देवरिया। देवरिया बाईपास और सलेमपुर-नवलपुर बाईपास से प्रभावित किसानों ने बिना कटौती वर्तमान सर्किल रेट से चार गुण मुआवाजे की मांग को लेकर 23 सितम्बर को जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में जूते किसान सुभाष चौक से लेकर कलेक्ट्रेट तक नारेबाजी करते हुए पहुंचे अपनी मांग को रखते हुआ कहा कि यदि भूमि अधिग्रन कानून के अनुसार उन्हें मुआवजा नहीं मिला तो वे बाईपास के लिए अपनी जमीन नहीं देंगे।

किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पूरी कलेक्ट्रेट पुलिस छावनी बनी रही। डीएम कार्यालय जाने को लेकर किसान नेताओं व पुलिस कर्मियों में नोक-झोंक भी हुई।

सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के पूर्वी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अनूप चौधरी, महासचिव जनार्दन मिश्र, सतीश चन्द्र ओझा, पूर्वी उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष विनय सिंह, जिलाध्यक्ष गिरीश नारायण शाही, भूमि बचाओ संघर्ष समिति के अजीत कुमार त्रिपाठी, खेत मजदूर यूनियन के सतीश कुमार, किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रेमचंद यादव नेतृत्व में किसानों ने देवरिया बाईपास (727 ए) और सलेमपुर-नवलपुर बाईपास (727 बी) के लिए अधिग्रहित की जा रही भूमि का समुचित मुआवजा देने की मांग को लेकर सुभाष चौक से लेकर कलेक्ट्रेट तक नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।

किसानों के आदोलन को देख कई थानों के पुलिस कर्मियों को बुलाया गया था। किसानों को पुलिस ने कलेक्ट्रेट के दक्षिणी गेट की बजाय उत्तरी गेट से प्रवेश करने दिया। किसान जब डीएम कार्यालय की ओर बढ़े तो पुलिस ने उन्हे रोक दिया। इसको लेकर किसान नेताओं व पुलिस के बहस हुई।

इस मौके ओर किसान महापंचायत में किसान नेताओं ने कहा कि बाईपास, फोर लेन के नाम पर किसानों के जमीन का जिले में व्यापक पैमाने पर अधिग्रहण किया जा रहा है। एक तरफ जिला प्रशासन 2020 के सर्किल रेट से ग्रामीण किसानों को प्रत्येक गाटा में 102 एयर तक चार गुना मुआवजा देने के बाद पूरे जमीन के मुआवजा में 2/3 अर्थात 67% की कटौती कर ले रहा हैं। वहीं अर्ध नगरी, नगरीय एवं विशिष्ट गांवों में 2020 के सर्किल रेट से 102 एयर तक सर्किल रेट का दोगुना मुआवजा देने के बाद पूरे जमीन के मुआवजा में 2/3 अर्थात 67% की कटौती किया जा रहा हैं।

प्रदर्शन के दौरान प्रशासन की ओर से किसन्न नेताओं के प्रतिनिधिमण्डल को डीएम से बातचीत का आमंत्रण दिया गया। किसान नेताओं ने डीएम दिव्या मित्तल के समक्ष अपनी बात रखी। जिलाधिकारी ने किसानों को उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।

इस दौरान एडीएम विपिन द्विवेदी व सीओ संजय कुमार रेड्डी भी मौजूद थे।

महापंचायत में विनोद गुप्ता, अरविंद कुमार सिंह, मिथिलेश यादव, राणा प्रताप सिंह, जानिसार अख्तर, सुनील राय, चन्द्रदेव सिंह, कृष्ण कांत सिंह, सुरेन्द्र चौहान, गोविंद गुप्ता, कलक्टर शर्मा, मदन चौहान, राम किशोर चौहान, रमाशंकर गुप्ता, हरेन्द्र सिंह, सुग्रीव मिश्र, साधुशरण, धनंजय सिंह, प्रभुदयाल सिंह आदि शामिल रहे।

Related posts