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नदी कटान से प्रभावित लोगों को कृषि भूमि देने की मांग को लेकर 12 दिन से चल रहा है धरना

पीलीभीत। धनारा घाट से खिरकिया बरगदिया तक स्थाई तटबंध बनाने, बाढ़ से बर्बाद फसलों का मुआवजा देने और नदी कटान से कटी क़ृषि भूमि के बदले क़ृषि भूमि की मांग को लेकर मजदूर बस्ती राहुल नगर में भाकपा (माले) 12 दिन से धरना-प्रदर्शन कर रही है।

बुधवार को धरने के 12 वें दिन भाकपा माले जिला कमेटी सदस्य कामरेड नगीना ने कहा कि दो दिन पहले उपजिलाधिकारी, तहसीलदार और सिंचाई विभाग के अधिकारी आश्वसन की घुट्टी पिलाने धरनास्थल पर आए थे लेकिन जब उनसे पूछा गया कि तटबंध बनाने का काम कब शुरू होगा तो सभी अधिकारी बगले झाँकने लगे। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की जनता लगभग 40 वर्ष से  पूरे ट्रान्स शारदा क्षेत्र को बर्बाद होते देख रही है और इन 40 सालो से कोई कार्य नहीं हुआ। अब चंदिया हजारा, खिरकिया बरगदिया और मजदूर बस्ती की बर्बादी की बारी है लेकिन सरकार और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है।

उन्होंने कहा इस क्षेत्र की जनता अपना जीवन बचाने के लिए संघर्ष कर रही है और सरकार यह सोचती है कि आश्वसनों के सहारे वह आंदोलन को समाप्त करवा देगी तो आंदोलन समाप्त नहीं होगा। आंदोलन तब तक चलेगा जब तक धनारा घाट से खिरकिया बरगदिया तक स्थाई तटबंध नहीं बन जाता।

धरने में जिला कमेटी सदस्य , प्रहलाद, वीज़न, अलाउद्दीन, कोमल, हरिलाल जनार्दन, जलालुद्दीन,शम्भू,रामानंद, रमावती,सुमित्रा, कमला, हेमलता लक्ष्मीबाल,श्रीपाल,बबिता आदि लोग शामिल थे।

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