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संविधान दिवस पर संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ किया

बहराइच। सेवार्थ फाउंडेशन ट्रस्ट के गिरजा पुरी कार्यालय पर 26 नवंबर को संविधान दिवस समारोह मनाया गया। इस अवसर पर सबसे पहले संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ किया गया। इसके बाद संविधान के विविध आयामों पर उपस्थित लोगों के बीच चर्चा की गई।

उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सेवार्थ फाउंडेशन ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी जंग हिंदुस्तानी ने कहा कि भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है जो लिखित रूप में मौजूद है। यह भारत की स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों का अमूल्य उपहार है। संविधान सबके लिए समान रूप से कार्य करता है जो लोग संविधान को नहीं मानते हैं जरुरत पड़ने पर संविधान ही उनके काम आता है। संविधान के चारों मूल्य- न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व पर सरकार की योजनाएं और कानून बनाए जाते हैं।

वन अधिकार आंदोलन के अध्यक्ष शंकर सिंह कहा कि अगर इस देश में संविधान लागू नहीं होता तो आज वन निवासियों को वन अधिकार प्राप्त नहीं होता। जो भी अधिकार और सुविधाएं प्रदत्त हो रही हैं वह किसी व्यक्ति विशेष की देन नहीं, बल्कि संविधान की देन है।

ग्राम स्तरीय वन अधिकार समिति हनुमानगढ़ी चहलवा की अध्यक्ष श्रीमती कांति देवी ने कहा कि संविधान हमारे लिए सभी धार्मिक ग्रंथों से ऊपर है। हमें संविधान पर भरोसा रखना चाहिए।संविधान ही हमें न्याय दे सकता है। संविधान की जानकारी घर-घर तक ले जाना होगा, तभी लोगों को सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक न्याय मिल सकेगा।

संविधान दिवस के अवसर पर मौलिक अधिकारों कर्तव्यों तथा राज्य के नीति निर्देशक तत्वों की जानकारी देने वाली गैलरी वाक का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर भवानीपुर, बिछिया, टेड़िया, ढकिया, सुकड़ी पुरवा, श्रीराम पुरवा, तुलसीपुरवा और रामपुर रेतिया से आए हुए महिला पुरुष मौजूद रहे।

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