गोरखपुर। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का अपमान करने के खिलाफ वाम दलों के देशव्यापी आह्वान के तहत भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) , भाकपा, माकपा ने 30 दिसंबर को गोरखपुर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन के दौरान भाकपा माले के जिला सचिव राकेश सिंह ने कहा कि डॉक्टर अंबेडकर ने इस देश की महिलाओं, अल्पसंख्यकों और वंचित तबको की हक और अधिकार दिलाने के साथ इस देश के संविधान निर्माण कर भारतीय समाज को लोकतांत्रिक बनाने का काम किया। ऐसे में अंबेडकर का नाम जाहिर तौर पर बार-बार लिया जाना चाहिए जिससे गृहमंत्री अमित शाह को तकलीफ हो रही है। गृह मंत्री का बयान उनके अंदर मनुस्मृति के प्रति प्रेम को दर्शाता है जो शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि डॉ आंबेडकर के समतामूलक समाज के खिलाफ वर्णाश्रम और जाति व्यवस्था को मजबूत करने वाली सोच के साथ अमित शाह डॉ आंबेडकर के नाम लेने से घृणा कर रहे हैं जो शर्मनाक है।
युव नेता अमित ने कहा कि पूरे देश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने की कोशिश के तहत भाजपा और उसकी राजनीति समतामूलक नायकों को अपमानित करने की कोशिश कर रही है। भारतीय संविधान को नहीं मानने वाले भाजपा के लोग हमेशा से डॉक्टर अंबेडकर का अपमान करते रहे हैं और इसीलिए उन्होंने 6 दिसंबर बाबा साहब के महापरिनिर्वाण दिवस के दिन बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर देश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की शुरुआत की। इसका मकसद देश के मूलभूत सवालों से देश का ध्यान बँटाना है लेकिन अब इस देश के लोग इस सांप्रदायिक पूंजीवादी सोच की सरकार को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
प्रदर्शन के दौरान माले जिला सचिव राकेश सिंह, समेत दर्जनों छात्र छात्राएं मौजूद रहे।