समाचार

सिनेमा महोत्सव-2025 में 28 लघु फिल्मों का प्रदर्शन, ‘ अध्यापक ‘ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार

गोरखपुर। राजकीय बौद्ध संग्रहालय के यशोधरा सभागार में 22 जनवरी को आयोजित सिनेमा महोत्सव- 2025 में 28 लघु फिल्में दिखाई गईं। निर्णयक समिति की संस्तुति पर फिल्म ‘ अध्यापक ‘ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला।  ‘ ड्रीम ‘ को द्वितीय और ‘ परीक्षा ‘ को तृतीय सर्वश्रेष्ठ फिल्म का अवार्ड दिया गया।

बेस्ट एक्टर का अवार्ड ‘ धक्कम पेल जिंदगी ‘ के नायक और  बेस्ट एक्ट्रेस फिल्म ‘ओढ़नी ‘ की नायिका को मिला। सह अभिनेता का पुरसकर  ‘ओढनी ‘ में अभिनय करने वाले दोनों बच्चों को दिया गया। बेस्ट चाइल्ड एक्टर का पुरस्कार फिल्म ‘ भूख ‘ के कलाकार को मिला। बेस्ट डायरेक्टर का अवार्ड ‘ धक्कम पेल जिंदगी ‘ बेस्ट स्क्रीन प्ले ‘ द पॉजिटिव ‘ और सिनेमैटोग्राफी का अवार्ड ‘ धक्कम पेल जिंदगी ‘ को दिया गया।

सिनेमा महोत्सव का उद्घाटन मुख्य अतिथि महापौर डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव ने दीप प्रज्ज्वलन और बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक धर्मेंद्र भारती (संरक्षक सिने रंग फाउंडेशन), आयोजक डॉक्टर यशवंत सिंह राठौर (उपनिदेशक राजकीय बौद्ध संग्रहालय गोरखपुर) तथा निर्णायक मंडल के सदस्य-डॉ चंद्रभूषण अंकुर, प्रदीप सुविज्ञ, अमित कुमार, अच्छे लाल गोरखपुरी, मोहन आनंद आजाद उपस्थित रहे ।

महापौर डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव ने अपने सम्बोधन में कहा कि लघु फिल्में अगर सकारात्मक बनती हैं, समाज को संदेश देने वाली होती है। गोरखपुर में सिनेमा महोत्सव नए उभरते हुए फिल्मकारों के लिए मील का पत्थर साबित होगा और वह भविष्य में गुणवत्ता परक फिल्मों का निर्माण होगा। इस मौके पर सांसद रवि किशन शुक्ला का वीडियो संदेश भी दिखाया गया।

शाम के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कर्नल एस हरिहर ने कहा प्रदर्शित लघु फिल्में दिमाग पर गहरी छाप छोड़ती हैं । डॉक्टर शिवशरण दास ने कार्यक्रम कि प्रशंसा की।

राजकीय बौद्ध संग्रहालय के उपनिदेशक डॉक्टर यशवंत सिंह राठौर ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कलाकारों के लिए बौद्ध संग्रहालय का मंच हमेशा उपलब्ध रहेगा।

पुरस्कार वितरण में सभी 28 प्रतिभागियों को इस महोत्सव में सहभागिता करने के लिए प्रमाण पत्र दिया गया। आयोजन में शिवनाथ, बेचन सिंह पटेल, आदर्श जिज्ञासु, राहुल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

कार्यक्रम का संचालन अनुराग सुमन ने किया ।