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बीएचयू में छात्र-छात्राओं को जेल भेजने के खिलाफ नागरिक समाज आंदोलन छेड़ेगा

वाराणसी। सामाजिक राजनैतिक कार्यकर्ताओं, लेखकों, शिक्षकों ने दो दिसंबर को वाराणसी में बैठक कर  बीएचयू में भगतसिंह स्टूडेंट्स मोर्चा के 13 कार्यकर्ताओं को मनुस्मृति पर चर्चा आयोजित करने पर फर्जी और मनगढ़ंत केस में जेल भेज कर उनका करियर खराब करने की कोशिश की भर्त्सना करते हुए चीफ प्रॉक्टर शिव प्रकाश सिंह के इस्तीफे की मांग की। बैठक में इस मुद्दे पर पूरे बनारस में बड़ा आंदोलन छेड़ने का निर्णय लिया गया।

बैठक में निर्णय लिया गया कि तीन जनवरी को नागरिक समाज का प्रतिनिधि मंडल पुलिस कमिश्नर और जिलाधिकारी से मुलाकात कर इस फर्जी एफआईआर को खत्म करने और पूरे मामले की जांच करने की मांग करेगा। इसके बड़ चार जनवरी को शास्त्री घाट पर प्रतिवाद मार्च करते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा।

आंदोलन के अगले चरण में आठ जनवरी को राजनैतिक दलों की सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी। पूरे घटनाक्रम में पुलिस प्रशासन की भूमिका संदिग्ध मानते हुए और छात्र-छात्राओं के मानवाधिकार के उल्लंघन के मद्देनजर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को दिल्ली में ज्ञापन सौंपा जाएगा।

बैठक की अध्यक्षता पीयूसीएल वाराणसी के अध्यक्ष प्रवाल कुमार सिंह ने की। बैठक में समाजवादी जन परिषद से अफलातून, राजेंद्र चौधरी, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पूर्व प्रोफेसर महेश विक्रम, स्वराज इंडिया से रामजनम, साझा संस्कृति मंच से रवि शेखर और सतीश सिंह, सीपीआई एमएल से राम दुलार सिंह, कम्युनिस्ट फ्रंट से शहजादी बानो और मनीष शर्मा, पीएस फोर से छेदीलाल निराला, फादर आनंद, भगतसिंह आंबेडकर विचार मंच से श्री प्रकाश राय, समाजवादी लोहिया वाहिनी से रंजना यादव, पत्रकार शिवदास, भगतसिंह स्टूडेंट्स मोर्चा से आकांक्षा आज़ाद समेत 40 की संख्या में लोग शामिल रहे।