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नहीं रहे कॉमरेड उमेश वर्मा

देवरिया। जिले में व उसके आस पास के क्षेत्रों में सक्रिय रहे वामपंथी नेता कामरेड उमेश वर्मा का 74 वर्ष की अवस्था में गुरुवार की सुबह आठ बजे निधन हो गया। वे पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे।अपने पीछे एक पुत्र और चार पुत्रियों को छोड़ गए हैं।

कॉमरेड उमेश वर्मा की प्रारंभिक शिक्षा मझौलीराज के हाईस्कूल में हुई। इसके बाद वे आगे की पढ़ाई के लिए बनारस गए  जहां पर इनकी मुलाकात वाम नेता अतुल कुमार अंजान व श्रीराम वर्मा से हुई। इसके बाद उन्होंने अपना पूरा जीवन वाम आंदोलन के लिए समर्पित कर दिया। बाद में वे मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माले) से जुड़ गए। वर्ष 2005 में मझौलीराज में सीमिरिखिया नाम की गरीब महिला की भूख से मौत पर उन्होंने आंदोलन छेड़ा। नगर पंचायत मझौलीराज कार्यालय के सामने लगातार 30 दिन तक धरना दिया जिसकी गूंज राष्ट्रीय स्तर पर हुई।

उन्होंने मझौलीराज के जलकल घोटाला, राशन कार्ड में घोटाला, विद्यालयों में खराब भोजन को लेकर  आंदोलन किया।  मझौलीराज के तमाम बचत की जमीनों पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जे को लेकर हमेशा आंदोलन करते रहे। दो बार नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव भी लड़े लेकिन हार गए थे। वे अक्सर अपनी बातों में धूमिल की कविताओं व गोरख पाण्डेय की कविता “बबुआ समाजवाद धीरे धीरे आई” का जिक्र करते थे। उनके निधन की खबर सुन कर जिले के तमाम वाम नेता मझौलीराज पहुंचे और उन्हें आखिरी विदाई दी।

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