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ग्राम सभा की सहमति के बगैर सर्वे कर नलकूप लगाने के खिलाफ प्रदर्शन

आज़मगढ़। बिरादर गाँव के ग्रामीणों ने ग्राम सभा की सहमति के बगैर सर्वे कर नलकूप लगाने के खिलाफ सात अप्रैल को निज़ामाबाद तहसील पर प्रदर्शन किया। ग्रामवासियों ने “ ग्राम सभा की मंजूरी के बगैर नलकूप नहीं लगेगा ”, “ जब तक दुखी किसान रहेगा धरती पर तूफान रहेगा ” नारे लगाए।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि प्रभावशाली लोगों के दबाव में बिरादर में जिस जगह नलकूप लग रहा है उससे बिरादर ग्राम वासियों को कोई लाभ नहीं होगा। इस नलकूप को लेकर ग्राम प्रधान ने जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी और अधिशासी अभियंता नलकूप खंड आज़मगढ़ को शिकायत की जिसपर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।

ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध सर्वे कर व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए सरकारी परियोजना के बेजा इस्तेमाल से सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। ग्रामीणों और ग्राम प्रधान को बिना सूचित किए ग्राम सभा की सहमति के बगैर नलकूप लगाने की प्रक्रिया अवैध है। सरकारी कर्मचारियों ने चंद दूरी पर नहर होने के बावजूद नए नलकूल को लगाने के लिए जिस भूमि का सर्वे किया है वह गलत है क्योंकि पहले से मौजूद पानी के माध्यम होते हुए वहां नलकूप नहीं लगाया जा सकता है। ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव में सिंचाई की सुविधा नहीं है ऐसे में नलकूप को गांव के मध्य में लगाया जाए ताकि उसका फायदा सभी ग्रामवासियों को मिले।

प्रदर्शन में किसान नेता राजीव यादव, पूर्वांचल किसान यूनियन के महासचिव वीरेंद्र यादव, सोशलिस्ट किसान सभा निज़ामाबाद प्रभारी श्याम सुंदर मौर्या, सगड़ी प्रभारी नंदलाल यादव, अधिवक्ता विनोद यादव और एनएपीएम से राज शेखर, ग्राम प्रधान तारा यादव, श्याम जीत यादव, प्रभु चंद्र, मदनलाल, जगदीश कुमार, सौरभ, छाजी, अरुण यादव, मिथिलेश यादव, धर्मेंद्र सिंह, गोविंदा यादव, गोलू, विक्रम यादव, प्रिंस यादव, गुलशन, सुरेश यादव, रमेश, अवधेश यादव साहित दर्जनों ग्रामवासी मौजूद रहे।