बीआरडी के पोषण पुनर्वास केंद्र में 11 महीने में भर्ती हुए 175 बच्चे

गोरखपुर। बाबा राघव दास मेडिकल कालेज में स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र में अप्रैल 2020 से फरवरी 2021 तक कुल 175 कुपोषित बच्चे भर्ती हुए जिनमें से 163 स्वस्थ होकर डिस्चार्च हो चुके हैं।

गोरखनाथ के दस नंबर बोरिंग की रहने वाली गुलप्सा के पति राजगीर हैं। उनके आठ महीने के बेटे साहिल की फरवरी माह में तबीयत खराब हो गयी। कई चिकित्सकों को दिखाने के बाद वह बच्चे को जिला अस्पताल लेकर गयीं जहां चिकित्सकों ने बीआरडी मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। मेडिकल कालेज के चिकित्सकों ने बच्चे को परिसर में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) रेफर कर दिया। बीते माह 24 फरवरी को जब बच्चा भर्ती हुआ तो उसका वजन चार किलो नौ सौ ग्राम था और गर्दन तक टेढ़ी हो जाती थी। एनआरसी में देखभाल के बाद 16 मार्च को साहिल का वजन पांच किलो सात सौ ग्राम हो चुका है।

साहिल की मां गुलप्सा ने बताया कि बच्चे को अंडा, फल, दाल जैसे पौष्टिक आहार के साथ निःशुल्क दवा दी गयी। उन्होंने बताया कि पिछले महीने बच्चे को उल्टी-दस्त की शिकायत थी जिसके कारण वह उसे अस्पताल लेकर गयी थीं। बच्चे की हालत इतनी खराब थी की गर्दन तक सीधी नहीं हो रही थी। एनआरसी में बच्चा जब इलाज के बाद स्वस्थ होने लगा तो उसे खेलने की भी सुविधा प्रदान की गयी। अब बच्चा ठीक होने लगा है।

एनआरसी की डायटिशियन पद्मिनी शुक्ला ने बताया कि कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करवाया जा रहा है। एक दूसरे से दो गज की दूरी रखी जाती है और सभी के लिए मॉस्क पहनना अनिवार्य है। एक दूसरे के बेड में भी पर्याप्त दूरी है। एक से ज्यादा अटेंडेंट को वार्ड में रहने की अनुमति नहीं है।

बाबा राघव दास मेडिकल कालेज के बाल रोग विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. अनिता मेहता ने बताया कि फरवरी माह तक कुल 175 बच्चे एनआरसी में भर्ती हुए थे जिनमें से 163 स्वस्थ होकर डिस्चार्च हो चुके हैं। नोडल अधिकारी डॉ. विनीत जायसवाल की देखरेख में यहां की डॉयटिशियन पद्मिनी के अलावा स्टॉफ अनिता, माया, पूर्णिमा, नंदिनी, रेनू, प्रीती और कुक भगवान दास ने सेवाएं दे रहे हैं।