होम आइसोलेशन में रहे सावधान, SPO2 कम होने पर कंट्रोल रूम को करें सूचित 

देवरिया। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच उपचारा में ऑक्सीजन की कमी की समस्या सबसे अधिक सामने आ रही है । शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने के कारण कई कोरोना पॉजिटिव को अस्पताल जाना पड़ रहा है।  ऐसे में होम आइसोलेशन के मरीज नियमित रूप से SPO2 व श्वांस की स्थिति जाँच करते रहें और निर्धारित सीमा से कम होने की अवस्था में कंट्रोल रूम को इन नंबरों 9450494933, 05568-222505, 220926, 222261, 222318, 220071, 225320, 225325, 225351 पर  तत्काल सूचित करें।
कोविड मरीजों के  इलाज के दौरान कोरोना से बीमार हुए और होम आइसोलेशन में रह रहे  डॉ. विजय गुप्ता ने सलाह दी है कि  इस समय कोविड-19  बहुत तेजी से फैल रहा है तथा एक के बीमार होने पर परिवार के लगभग सभी सदस्य बीमार हो रहे हैं। इसके साथ ही इस वेरियेंट से बच्चों में भी बीमारी देखी जा रही  है। वर्तमान वेरियेंट अपेक्षाकृत खतरनाक  है तथा इससे मृत्यु की संख्या पहले की अपेक्षा ज्यादा देखी जा रही है। अत: ऐसी स्थिति में यह आवश्यक हो गया है कि होम आइसोलेशन की स्थिति में मरीज व उनका परिवार अतिरिक्त सावधानी बरतें। मरीज के शरीर में आक्सीजन की मात्रा 94 प्रतिशत से कम होने की अवस्था में वह तत्काल पेट के बल लेट जायें तथा सिर के नीचे, पेट के नीचे एवं पैरों के नीचे एक-एक तकिया रख ले, जिससे सांस लेने की समस्या कम हो सके। शरीर में पानी की मात्रा को पर्याप्त स्तर तक बनाये रखने के लिए आवश्यक रूप से निरंतर पानी अथवा अन्य पेय पदार्थ सेवन करते रहें। होम आईसोलेशन के दौरान मरीज लगातार भाप लेते रहें, हल्के गुनगुने पानी से गरारा करते रहें तथा सांस से संबंधित व्यायाम निरंतर करते रहें। होम आइसोलेशन में मरीज के लिए अनिवार्य रूप से शौचालय युक्त पृथक कमरा होना आवश्यक है। मरीज अपने कमरे एवं शौचालय की सफाई प्रतिदिन चिकित्सकों के निर्देश के अनुसार करेंगे। कमरे की खिड़की व दरवाजे ज्यादातर समय खुला रखें एवं घर में पंखा तथा एग्जास्ट की व्यवस्था किया जाना उचित होगा।
17 दिनों तक कमरे से न निकलें बाहर
डॉ. विजय ने कहा कि होम आईसोलशन की पूरी अवधि 17 दिनों के दौरान मरीज अपने कमरे से बाहर न निकलें। चिकित्सक की सलाह अनुसार मरीज अपनी दवाईयों का नियमित सेवन करें। मरीज से संबंधित किसी भी वस्तु का उपयोग परिवार के अन्य सदस्य न करें। मरीज के परिवार के प्रत्येक सदस्य बचाव हेतु चिकित्सक की सलाह अनुसार प्रोफेलेक्सिस की दवाई अनिवार्य रूप से लें। मरीज के साथ ही परिवार के प्रत्येक सदस्य को अधिकांश समय ट्रिपल लेयर मास्क लगाना अनिवार्य है। होम आईसोलेशन के दौरान घर के अंदर भी  फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें। मरीज खतरे के किसी भी संकेत- आक्सीजन सामान्यत: 94 प्रतिशत से कम, तापमान 100 से अधिक तथा सांस लेने में समस्या होने पर तत्काल कंट्रोल रूम से संपर्क करें।