भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) की बैठक में आंदोलन तेज करने का निर्णय

संतकबीरनगर। भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) की कार्यकारणी की एक बैठक रविवार को मगहर के कबीर चौरा पर राष्ट्रीय प्रवक्ता कपिलदेव राय की अध्यक्षता में हुई। बैठक में संगठन को मजबूत करने और किसानों की समस्याओं को लेकर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।

बैठक में श्री राय ने कहा की यदि संगठन को मजबूत करना है तो अनुशासन सबसे जरूरी है। हमारा एक-एक कार्यकर्ता हमारे संगठन की रीढ़ की हड्डी है। इसलिये हम सभी को आपस में मिल कर संगठन को मजबूत और आगे बढ़ाने का कार्य किया जाय तभी हम हर क्षेत्र में सफल हो सकते है। राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री राय ने कहा कि जनपद कुशीनगर की लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलवाने के लिये संगठन के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में 2017 से माँग की जा रही है लेकिन सरकार अपने तानाशाही और अड़ियल स्वभाव के चलते किसानों की जायज माँग के ऊपर ध्यान नही दे रही है। लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलवाने के लिये दिनांक आठ सितम्बर  को बस्ती और गोरखपुर मण्डल से हर जिले और तहसील पर एक ज्ञापन जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी को सौंपा जायेगा और एक महीने के अन्दर सूबे की सरकार मिल को चलवाने के लिये घोषणा नही करती है तो हमारा यूनियन अपनी अगली रणनीति बनाकर सरकार की नींद उडाने का कार्य भी करेगा।

बैठक को सम्बोधित करते हुए  कुशीनगर के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह ने कहा कि यह सरकार किसान विरोधी है। किसान आयोग का गठन, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को पूर्ण: लागू करने, कुशीनगर की कप्तानगंज चीनी मिल द्वारा किसानों का करोड़ो रूपये का बकाया भुगतान नहीं किए जाने के मुद्दे पर सरकार ध्यान नही दे रही है। यदि ये मांग पूरी नहीं हुई तो इससका असर आने वाले विधान सभा चुनाव में भाजपा को देखने को मिल सकता है।

बैठक में मनोज मिश्रा (जिलाध्यक्ष संत कबीरनगर), पूनम (महिला अध्यक्ष), अभिषेक उपाध्याय (जिलाध्यक्ष युवा), चन्दन पांडेय (मंडल महासचिव बस्ती), चेतई प्रसाद (सचिव कुशीनगर), रामाश्रय यादव (मण्डल अध्यक्ष गोरखपुर), सुरेंद्र यादव, डॉक्टर पतिराज निषाद, धीरज मिश्रा,यार मोहम्मद, ईश्वरीय प्रसाद मिश्रा आदि मौजूद रहे।