गोेरखपुर जिले में 22 अगस्त तक कोविड-19 के 77264 नमूनों की जांच हुई

गोरखपुर। गोरखपुर जिले में 22 अगस्त तक कोविड-19 के कुल 77264 नमूनों की जांच हुई जिसमें से 6563 पाजिटिव पाये गए।

जिलाधिकारी द्वारा 22 अगस्त को जारी विज्ञप्ति के अनुसार जिले में बी.आर.डी. मेडिकल कालेज के माइक्रो बायोलोजी विभाग में कुल तीन आर.टी.पी.सी.आर मशीन उपलब्ध है। मेडिकल कालेज के माइक्रो बायोलोजी विभाग में अभी तक 47731 जांच हुई है। ट्रुनेट मशीन जिला अस्पताल में स्थापित है इसमें अभी तक 1506 जांच हुई है। एन्टीजन किट द्वारा 28027 जांच की गयी है। जिले में 9000 एन्टीजन किट उपलब्ध है। इस प्रकार कुल 77264 जांच हुई जिसमें से 6563 धनात्मक एवं 70701 ऋणात्मक केस पाये गये।

उन्होंने बताया कि जिले में कुल चार एल-1 फैसिलिटी सेन्टर के रूप में अधिकृत किया गया है जिसमें लगभग 1400 से अधिक बेड उपलब्ध है। इसी प्रकार एल-2 फैसिलिटी सेन्टर के रूप में कुल 09 चिकित्सालयों को अधिकृत किया गया है जिसमें 222 बेड उपलब्ध है तथा एल-3 स्तर के 02 फैसिलिटी सेन्टरों में 225 बेड उपलब्ध है।

जिलाधिकारी ने बताया है कि जनपद में 840 सर्विलान्स टीमों द्वारा डोर टू डोर सर्वे कर सर्विलान्स कार्य किया जा रहा है, कोविड संक्रमण के साथ साथ संचारी रोग नियंत्रण हेतु भी डोर टू डोर सर्विलान्स का कार्य किया जा रहा है। सभी एम.ओ.वाई.सी. द्वारा वाट्एप गु्रप बना लिया गया है जिसकी मानिटरिंग कन्ट्रोलरूम से की जा रही है। नगर निगम एवं नगर पंचायतों के सभी वार्डों में कर्मचारियों एवं सफाई श्रमिकों के माध्यम से सफाई अभियान चलाया जा रहा है। शहर में कन्टोनमेन्ट जोन एवं हाटस्पाटों में सेनेटाइजेशन का कार्य कराया जा रहा है। इसी प्रकार जनपद के समस्त विकास खण्डों में रोस्टर के अनुसार ग्रामों में सफाई, सेनेटाइजेशन, छिड़काव एवं फागिंग का कार्य कराया जा रहा है।

जिलाधिकारी ने आगे बताया है कोविड-19 कन्टेनमेन्ट जोन के दृष्टिगत जनपद में शासन द्वारा दिये गये दिशा निर्देश के अनुरूप कड़ाई से अनुपालन कराया जा रहा है तथा जनपद में वर्तमान में कुल 448 हाटस्पाट सक्रिय है, कन्टेनमेन्ट जोन के लिए इन्टीग्रेटेड कमान्ड कन्ट्रोलरूम स्थापित है। जिले में कोविड-19 के दृष्टिगत लाकडाउन के अन्तर्गत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार बाजार रोस्टर के अनुसार खुला है, गाइड लाइन के अनुसार पाबंदी जारी है, इसका उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है। पूरे जिले को विभिन्न सेक्टरों में विभाजित कर सेक्टर मजिस्टेªट की तैनाती की गयी है जिसके माध्यम से बेहतर ढंग से कार्य निष्पादन कराया जा रहा है।

डीएम ने बताया कि कोरोना के दृष्टिगत लगाये गये लाकडाउन में बाहर से प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए लगभग 450 कामगारों को एक जिला एक उत्पाद तथा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अन्तर्गत प्रशिक्षित कराया गया है साथ ही 100 से अधिक प्रवासी मजदूरों को विभिन्न उद्योगों में समायोजित कराकर रोजगार मुहैया कराया गया है तथा मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार के अन्तर्गत 112 पी.एम.वाई.ई.जी.पी. योजना में 190 लोगों का आवेदन पत्र बैंकों को भेजकर उन्हें स्वरोजगार के लिए आर्थिक मदद दिलाया जा रहा है। इसी प्रकार मनरेगा के अन्तर्गत 37.47 लाख मानव दिवस सृजित कर 147000 परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है तथा बाहर से आये प्रवासी मजदूरों को निशुल्क राशन उपलब्ध कराने के साथ ही 1000 रुपए की आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराया गया है तथा आत्मनिर्भर भारत योजना के अन्तर्गत लोगों को सहायता प्रदान की जा रही है जिसके तहत शहरी पथ विक्रेताओं को पुनः अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए 10 हजार रु का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है।