सैलानियों के लिए एकमा से टेढीघाट के बीच ट्रामवे चलाने की कोशिश तेज
-एकमा से टेढीघाट तक बिछी थी 22 किमी रेल लाइन
लक्ष्मीपुर (महराजगंज ), 23 सितम्बर. पर्यटन, रेल व वन विभाग क तीन वरिष्ठ अधिकारीयों व स्थानीय वनाधिकारियों ने शुक्रवार को सोहगीबरवा के लक्ष्मीपुर रेंज में स्थित ट्रामवे रेल इंजन तथा एकमा से टेढीघाट तक बिछी 22 किमी रेल लाइन का स्थलीय व तकनीकी अध्ययन किया। निरीक्षण करने आयी पर्यटन टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप देगी ।
सोहगीबरवा को सूबे की छह यूको टूरिज्म क्षेत्र में शामिल किया गया है. इसके बाद से सोहगीबरवा को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने की कवायद तेज हो गई है । अधिकारियों की टीम एकमा को पर्यटन स्थल बनाने में जुट गई है.
पर्यटन सलाहकार अरिन्दम प्रमाणिक, वन संरक्षक गोंडा जोन के थामस, वन प्रभागीय अधिकारी मनीष सिंह व वन क्षेत्रीय वनाधिकारी सरजू प्रसाद आदि ने एकमा डिपो, वन विश्रामालय एकमा, टेढीघाट, सहित ट्राम वे इंजन, कार्यशाला, ट्राली, बिछी रेल पटरियां, पुराने पुल आदि सहित स्थलीय निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट तैयार की। अधिकारियों ने बताया जल्द ही रिपोर्ट शासन को सौंप दी जायेगी।
पर्यटन सलाहकार अरिन्दम प्रमाणिक ने बताया कि सोहगीबरवा का जंगल व ट्राम वे पर्यटन के दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। जंगल के परिदृश्य व पर्यावरण, जंगली जानवर को भी नजदीक से देखने व समझने का अवसर मिलेगा। देश-विदेश से आने वाले सैलानियों को यह क्षेत्र लुभाने में काफी मददगार होगा।
वन विभाग सोहगीबरवा को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने लिए चार सर्किट में बांट कर सात करोड़ का एक्शन प्लान तैयार कर शासन में भेज चुका है। पिछले दिनों भी ट्राम वे रेल इंजन, एकमा से टेढी घाट तक बिछी रेल पटरियों सहित अन्य स्थितियों व स्थलों का अध्ययन करने दिल्ली से दो सदस्यीय टीम ने जाँच किया था।।
सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के प्रभारी वनाधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि टीम ने सबसे पहले एकमा में रखी रेल इंजन तथा उससे जुड़ी हर पहलुओं पर तकनीकी अध्ययन किया । इसके बाद एकमा से टेढी घाट तक बिछी 22 किमी रेल लाइन पटरियों को भी देखा। रेल के रिटायर अधिकारी ने बोगियों को भी देखा। पर्यटन की दृष्टि को ध्यान में रख कर टीम ने एक एक पहलुओं पर बारिकी से देखा।
टीम की नजर में सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो सोहगीबरवा को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने का रास्ता साफ हो जायेगा । देश-विदेश के पर्यटकों को सोहगीबरवा की ओर लुभाने का मार्ग प्रशस्त हो जायेगा । वही बेरोजगार हाथो को रोजगार भी मुहैया होगी।