बढ़नी ( सिद्धार्थनगर) . भारत-नेपाल सीमा पर स्थित उप नगर बढ़नी में एसएसबी द्वारा मानव तस्करी पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। वर्कशॉप में नेपाल के स्वयंसेवी संगठनों ने भी हिस्सा लिया।
वर्कशॉप में मानव तस्करी के विभिन्न पहलुओं पर गम्भीरता पूर्वक चर्चा की गई। वक्ताओं ने इस घोर अमानवीय और दुनिया के तीसरे सबसे बड़े संगठित अपराध मानव तस्करी पर अपनी चिंताएं प्रकट कीं।
एस एस बी के सेकण्ड सहायक कमांडेंट विकास कुमार ने कहा कि इस वर्कशॉप से हमारे जवानों को काफी सहायता मिलेगी। मानव तस्करी एक बहुत बड़ी सामाजिक और मानवीय समस्या है। एसएसबी इसकी रोकथाम के लिए पूरी तरह तत्पर है।
श्री कुमार ने कहा कि ड्रग्स और हथियार के बाद मानव तस्करी विश्व का तीसरा सबसे बड़ा संगठित अपराध है। सामाजिक असमानता,अशिक्षा,गरीबी,जागरूकता का अभाव इस बीमारी का मूल कारण है। इसे खत्म करने के लिए सरकार ने सख्त कानून बनाये हैं लेकिन इसमें जन सहभागिता की ज़रूरत है।
सोशल एक्टिविस्ट सग़ीर ए खाकसार ने कहा कि यह बहुत ही मानवीय और संवेदनशील समस्या है। केंद्र सरकार ने मानव तस्करी सुरक्षा ,बचाव और पुनर्वास विधेयक 2016 पास किया है जो इमोरल प्रिवेंशन एक्ट 1956 से कई मामले में अलग है। पुराने कानून में मानव तस्करी सिर्फ देह व्यापार तक सीमित था जबकि नया अध्यादेश बधुआ मज़दूर,बालश्रम ,मानव अंगों की तस्करी आदि को भी समेटे हुए है।
श्री खाकसार ने कहा कि मानव तस्करी के सबसे ज़्यादा शिकार महिलाएं और बच्चे होते हैं। आंकड़ों के अनुसार भारत मे हर आठ मिनट पर एक बच्चा गायब हो जाता है। पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के राज्य तमिलनाडु,आंध्र प्रदेश, कर्नाटक ,पश्चिम बंगाल,महाराष्ट्र में मानव तस्करी के ज़्यादा मामले प्रकाश में आये हैं।
वरिष्ठ पत्रकार विजय श्रीवास्तव ने आम जन से अपील करते हुए कहा कि सिर्फ सुरक्षा एजेंसियों से कुछ नहीं होगा पब्लिक को भी अपनी भूमिका निभानी होगी। उन्हें इसके रोक थाम के लिए अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वाह करना होगा।श्री श्रीवास्तव ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध आंकड़ा ब्यूरो के अनुसार पिछले दस वर्षों में मानव तस्करी के धंधे में 14 गुना का इजाफा हुआ है।
इस मौके पर वशिष्ट मुनि ,गुलाब मौर्या, सुधांशु गिरी, मौलाना दाऊद मिस्बाही, केशव विश्वकर्मा और चौकी इंचार्ज बढ़नी हरेंद्र नाथ राय आदि ने भी अपने विचार रखे।एस एस बी के इंस्पेक्टर चंद्र शेखर ने आये हुए अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।संचालन सग़ीर ए खाकसार ने किया।