ऐतिहासिक बसंतपुर सराय में ‘जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी’ का आयोजन
गोरखपुर, 12 दिसम्बर। ऐतिहासिक बसंतपुर सराय में मुस्लिम एकता कमेटी की जानिब से ‘जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी’ प्रोग्राम सोमवार को हुआ.
प्रोग्राम में मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी ने कहा कि एक अवसर पर रसूल-ए-पाक हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहौ अलैही वसल्लम ने फरमाया कि “एक व्यक्ति के तुच्छ होने के लिए यही बात काफी है कि वह अपने दूसरे भाई को अपने से तुच्छ समझता हो ” कुरआन में है कि जाति और कबीले का अंतर केवल पहचान के लिए है। कोई न पैदाइशी तौर पर पतित है और न पैदाइशी तौर पर प्रतिष्ठवान। यहां प्रतिष्ठा खानदान और नस्ल से नहीं, अच्छे कर्म से मिलती है। अत: मानव-समाज में न कोई छोटा है और न अछूत है, न बड़ा। न कोई प्रतिष्ठा का पात्र है न कोई घृणा का। यहां सब बराबर और एक समान हैं। इस्लामी समाज का नारा है- “केवल अल्लाह बड़ा है, बाकी सब बराबर हैं। धन-संपत्ति, जात-बिरादरी किसी आधार पर किसी को कोई प्रधानता नहीं।”
इस मौके पर कारी मेराजुद्दीन, फैजी, असलम, महबूब आलम, रईस अनवर, सारिब इरफान, हुसैन आलम, हिदायतुल्लाह आदि मौजूद रहे।