महराजगंज, 13 दिसम्बर। मंगलवार को शोर शराबे के बीच जिला पंचायत की बैठक हुई। सदस्यों ने जिला पंचायत से कराए जाने वाले कार्यों को लेकर कई सवाल खङे किये। सदस्यों का कहना था कि जिला पंचायत के अधिकतर कार्य को ठेकेदार खुद प्रस्तावित कर करा रहे हैं जबकि सदस्य जनहित के कार्य बमुश्किल से करा पा रहे हैं.
सदन में सदस्यों ने कहा कि जिला पंचायत सदस्यों द्वारा दिए गए प्रस्तावों के टेंडर में तो पारदर्शिता बरती जाती है मगर कुछ अन्य कार्यो में ऐसा नही होता है।
सदस्यों ने यह भी कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष के विवेक से कराए जाने वाला कार्य भी जिला पंचायत सदस्यों के प्रस्ताव पर कराया जाए। सदस्यों ने तो जिला प्रशासन पर यहां तक आरोप मढ़ दिया कि ठेकेदारों के चाहने पर खेत में पुलिया बनवा दिया जाता है।जबकि जिला पंचायत सदस्यों को जनहित के अति आवश्यक कार्यों के लिए भी पापङ बेलना पङता है। ऐसे में अगर सदस्यों के साथ अन्याय हुआ तो सदन नहीं चलने दिया जाएगा।
बैठक में सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया, पनियरा विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह, सिसवा विधायक प्रेमसागर पटेल, सीडीओ रामसिहासन प्रेम, सीडीओ राधेश्याम, अपर मुख्य अधिकारी चन्द्र शेखर सिंह, जिला पंचायत सदस्य नरसिंह पांडेय, जितेन्द्र यादव, मुनीश चौहान, राजनारायण आदि मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में सुविधा शुल्क लेने का आरोप
एक सदस्य ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत आवास देने के नाम पर लाभार्थियों से 10-15 हजार सुविधा शुल्क लिया जा रहा है। इतना ही नही प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की सूची से पात्रों के नाम गायब है तो अपात्रो को सुविधा का लाभ दिया जा रहा है।
50 साल की गरीब महिला पर नहीं पड़ रही किसी की नजर
जिला पंचायत सदस्य पुष्पा देवी ने कहा कि उनके क्षेत्र की एक 50 साल की आवास विहीन गरीब जो छप्पर में रहती है।उस पर किसी की नजर नहीं पङ रही है। गांव के सेक्रेटरी पता नही कैसे सर्वे कर रहे है।