गोरखपुर , 4 जनवरी. भीमा कोरेगांव की 200 वीं वर्षगांठ पर शौर्य दिवस का जश्न मना रहे मना रहे बहुजन समाज के लोगों पर प्रायोजित हिंसा, मारपीट, बलवा, आगजनी के विरुद्ध पूर्वांचल सेना ने 3 जनवरी को गोरखपुर में प्रधानमंत्री, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और मनुवाद का प्रतीकात्मक पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया। अम्बेडकर चौक पर हुए इस विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से पुतला छीनने का प्रयास किया परंतु वह सफल नहीं हुए. प्रदर्शनकारियों ने पुतला फूंकते हुए जातिवाद, मनुवाद मुर्दाबाद और संविधान धर्मनिरपेक्षता जिंदाबाद का नारा लगाया।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि आरएसएस और बीजेपी की सरकार ने देश में जातीय-धार्मिक हिंसा को बढ़ाया है। परंपरागत कार्यक्रम के 200 वे वर्षगांठ पर साजिशन जातीय हिंसा की गई ।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्वांचल सेना के अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने किया. विरोध प्रदर्शन में उपस्थित पूर्व एमएलसी प्रत्याशी डॉ राजेश यादव ने कहा देश में मोदी की सरकार ने आते ही पहले मुसलमानों को टारगेट बनाया गया अब दलितों को उसके बाद पिछड़ों को ऐसा करके यह सरकारें पुनः मनुवाद स्थापित करना चाहती है. वर्ण व्यवस्था लागू करके जाति व्यवस्था के नाम पर भेदभाव को स्थापित करना चाहती हैं, लेकिन हम युवा इस साजिश को समझते हैं. हम जातिवाद वर्ण व्यवस्था भेदभाव में नहीं मिलेंगे और ऐसा करने वाले किसी भी नेता को नहीं बख्शा जाएगा. उसके खिलाफ हर स्तर का मोर्चा खोला जाएगा.
छात्र नेता अमर सिंह पासवान ने कहा कि आजादी के बाद संविधान लागू होने के बाद संविधान प्रदत्त अधिकारों के दम पर शुद्र घोषित युवा बहुजन समाज देश में बराबरी भाईचारा का सामंजस्य स्थापित कर रहा था लेकिन बीजेपी सरकार ने आते ही अपनी नीतियों के नीति और साजिशों के तहत जातिवाद वर्ण व्यवस्था भेदभाव की खाइयों को गहरा किया है । उन्होंने कहा कि हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और ऐसे लोगों के खिलाफ हम हमेशा सड़क पर उतरते रहेंगे ।
इस अवसर पर कमलेश यादव कुलदीप यादव, सागर पासवान सतीश मौर्य, देवेंद्र मोर्य कमलेश कुमार, रविंद्र गौतम, पवन कुमार, रितेश कुमार विष्णु गुप्ता, सुधीर मोदनवाल, कमलेश यादव, प्रणय श्रीवास्तव, सुरेंद्र वाल्मीकि, सागर पासवान, अमरेंद्र कुमार, अजीत दुआ, विशाल सिंह, अनुज मद्धेशिया, समेत भारी संख्या में युवा उपस्थित रहे।