गोरखपुर, 5 मई। मुहल्ला इस्माईलपुर काजी जी की मस्जिद के पास दावते इस्लामी के तत्वावधान में बुधवार देर रात मेराजुन्नबी जलसा हुआ।
जलसे में शुऐब सिमनानी एडवोकेट ने कहा कि तहरीक दावते इस्लमी (संस्था) प्रशासन से इजाजत लेकर जेलों में बंद कैदियों को सुधारने के लिए कार्यक्रम चला रही है. जिसकी वजह से कैदियों में काफी बदलाव आया है. कई कैदी नेक इंसान बन चुके हैं. जल्द ही जिला जेल में यह कार्य शुरु किया जायेगा. इसी के साथ तहरीक में मुर्दे के कफन व दफन के लिए अलग से विभाग है. कोई लावारिश लाश मिले या जिसके पास कफन-दफन का पैसा ना हो वह इस नम्बर 9936719271 पर सम्पर्क कर सकते हैं. मुर्दें को नहलाने से लेकर, कब्रिस्तान में दफनाने तक का सारा कार्य तहरीक के लोग करेंगे.
मुख्य वक्ता उन्नाव के सैयद वसीक बापू ने मेराज शरीफ के वाकये पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि इंसान को चाहिए की नबी की सुन्नतों को अमली तौर पर जिंदगी में अपनायें. मुसलमानों को दहशतगर्दी, चुगली, अमानत में ख्यानत, जुल्म और ज्यादती से बचना चाहिए।
अध्यक्षता वसीउल्लाह अत्तारी ने व संचालन मौलाना अबुल कलाम ने किया. नात शरीफ नफीस कुरैशी, रिजवान अत्तारी ने पेश की। अंत में सलातुल तस्बीह की नमाज पढ़ नफली रोजे की नियत की गयी। इस दौरान मु.आजम, मु.रमजान, नदीम, हाफिज मोईनुद्दीन निजामी, शम्से आलम, हमीदुल्लाह, हबीबुल्लाह, नासिर, शहाबुद्दीन सहित तमाम लोग मौजूद रहे।