सहजनवा के ढदौना बूथ भाजपा प्रत्याशी उपेन्द्र दत्त शुक्ज की एसपी चारू निगम से तीखी बहस
भाजपा एमएलसी ने एसपी पर लाठीचार्ज कर मतदान बाधित करने का आरोप लगाया
गोरखपुर, 12 मार्च. गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए रविवार को हुए मतदान के दौरान शाम को सहजनवा विधान सभा क्षेत्र के टेकवार, ढदौना बूथ पर भाजपा प्रत्याशी उपेन्द्र दत्त शुक्ज की एसपी चारू निगम से तीखी बहस हो गई. श्री शुक्त ने एसपी पर मतदाताओं को मतदान से रोकने का आरोप लगाया और कहा कि सेक्टर मजिस्ट्रेट और एसपी चारू निगम ने उनका नुकसान किया है. उन्होंने एसपी पर पार्टी बन कर काम करने का आरोप लगाया.
बातचीत के दौरान श्री शुक्ल के तीखे तेवर का जवाब देते हुए एसपी चारू निगम ने उनसे कहा कि आप ऐसे नहीं बात कर सकते हैं और उन पर चिल्ला नहीं सकते. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में आ गया है.
इसी घटना को लेकर भाजपा एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह ने एसपी चारू निगम पर ढदौना बूथ पर लाठीचार्ज कर दो घंटे तक मतदान प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की है. उधर एसएसपी सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने लाठीचार्ज से साफ इनकार किया है और कहा कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है.
एसपी चारू निगम से इसके पहले गोरखपुर शहर के विधाायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल से तीखी झड़प हो चुकी है. यह घटना राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुई थी.
रविवार को गोरखपुर लोकसभा चुनाव के लिए मतदान के दौरान सहजनवा विधानसभा क्षेत्र के टेकवार ढदौना बूथ पर कुछ समय के लिए ईवीएम खराब हो गई थी. ईवीएम ठीक करा कर वोटिंग शुरू कराई गई. मतदान के आखिरी वक्त अधिकारियों से शिकायत की गई कि इस बूथ पर फाल्स वोटिंग हो रही है। इस पर एसपी चारू निगम पुलिस बल के साथ वहां पहुंची. शाम 5.10 तक मतदान कार्य पूर्ण करा लिया गया था तभी वहां भाजपा प्रत्याशी उपेन्द्र दत्त शुक्ल पहुंचे. उन्होंने वोटिंग कराने की बात कही। इस पर वहां मौजूद सेक्टर मजिस्टेट और एसपी चारू निगम ने कहा कि मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। जितने मतदाता थे, उन्होंने वोट डाल दिया है। ईवीएम में क्लोज बटन दबा दिया गया है। इसलिए अब वोटिंग संभव नहीं है. इसी को लेकर भाजपा प्रत्याशी उपेन्द्र दत्त शुक्ल, एसपी और सेक्टर मजिस्टेट पर पार्टी बन कर कार्य करने और भाजपा का नुकसान कराने का आरोप लगाने लगे। उन्होंने कहा कि मरे 350 मतों को मतदान करने से रोका गया है.
इस घटना के वीडियो में दिख रहा है कि भाजपा प्रत्याशी गाड़ी से उतरने के बाद सीधे एसपी चारू निगम के पास पहुंचते हैं और कहते हैं कि ‘ मैडम आपकी हमसे क्या जाती दुश्मनी है, जो मेरा नुकसान करा रही हैं। यहां लोगों को वोट डालने से क्यों रोका जा रहा है. 350 लोग वोट नहीं डाल पाए. हम कानून को मानने वाले हैं लेकिन मै अपना क्लेम करने आया हूं. जिनका वोट नहीं पड़ा है उसका वोट कैसे पड़ेगा ’
एसपी चारू निगम उनसे कह रही हैं कि किसी को वोट देने से रोका नहीं गया है. यहां जो लोग समय से आए थे, वोट डाल चुके हैं. मतदाताओं को बुला बुलाकर मतदान कराया गया है ‘
भाजपा प्रत्याशी फिर कहते हैं कि -आपने पार्टी बन कर कार्य किया है। हमारे वोट नहीं डालने दिए।
इसी बीच एसपी का गनर कुछ कहने की कोशिश करता है तो उपेन्द्र दत्त शुक्ल भड़क जाते हैं और कहते हैं कि आप बीच में मत बोलो। एक्शन में मत दिखो। बहुत महंगा पड़ जाएगा। ’
इस पर एसपी चारु निगम उनसे कहती है कि इस तरीके से बात मत करिए. चिल्लाइए मत. आप मुझ पर गलत आरोप लगा रहे हैं. आपको जानकारी नहीं है कि यहां पर क्या हुआ ? आप जो कुछ कहना चाहते हैं कह सकते हैं. ईवीएम मैने नहीं खराब किया है. मेरा काम लाइन एंड आर्डर मेंटेन करना है।
इस पर भाजपा प्रत्याशी ने दो बार कहा कि वह एक जिम्मेदार आदमी हैं. आप हमें जानती हैं . मै एक राष्ट्रीय पार्टी का क्षेत्रीय अध्यक्ष रहा हूं. मै 11 जिलों का इंचार्ज रहा हूं. मै अराजक नहीं हूं. मै चाहता हूं कि वोटिंग हो.
एसपी चारू निगम के यह कहने पर कि वोटिंग कराने का निर्णय सेक्टर मजिस्ट्रेट ही ले सकते हैं और आप उन्हीं से बात करिए. इस पर श्री शुक्ल सेक्टर मजिस्ट्रेट के पास गए और वोटिंग कराने को कहा. सेक्टर मजिस्ट्रेट ने कहा कि ईवीएम का क्लोज बटन दब गया है. अब वोटिंग नहीं हो सकती। इस पर उपेन्द्र शुक्ल यह कहते हुए कि ‘ आप ने और चारू निगम ने पूर्व नियोजित तरीके से मेरा नुकसान किया है ’ चले गए.