गोरखपुर। दलितों अल्पसंख्यकों और कमज़ोर वर्ग पर हमले बंद करने, एससी/ एसटी कानून में संशोशन वापस लेेेने की मांग करते हुए 2 अप्रैल को भारत बन्द पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने आज झंडा, बैनर के साथ पुलिस लाइन के सामने पार्टी कार्यालय से जुलूस निकाला।
जुलूस गोलघर होते हुए कलक्ट्रेट चौराहा, शास्त्री चौक, घोष कंपनी होते हुए टाउन हॉल से पुनः गोलघर पहुँचकर मार्च करते हुए गोरखपुर बन्द कराया गया।
बंद के दौरान सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले जिला सचिव राजेश साहनी ने कहा केंद्र सरकार लगतार दलितों, अल्पसंख्यको, छात्रों, युवाओं, मजदूरों, किसानों पर अपनी नीतियों के माध्यम से हमला कर रही है और इस देश में दलितों को जो भी अधिकार मिला है उसको छीन लेना चाहती है।
उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय एवं जनवादी ताकतों को एक साथ मिलकर फ़ासीवादी ताकतों को शिकस्त देने की जिम्मेदारी निभानी होगी। बन्द के दौरान कुछ आंदोलकारी साथियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है। हम योगी सरकार ले दमनकारी कृत्य की घोर निंदा करते है।
सभा को सम्बोधित करते इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य सचिव राकेश सिंह ने कहा हाल के दिनों में दलितों पर दमन-अत्याचार की घटनाओं में इजाफा हुआ है, लेकिन सरकार दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर रोक लगाने की बजाए दलित अत्याचार निरोधक कानून को ही कमजोर करने में लगी हुई है. इसका हम पुरजोर विरोध करते हैं. और इन फ़ासीवादी ताकतों से कहना चाहते है, तुम कितना भी दमनकारी नीति लागू करो हम तुमसे डरने वाले नही, हम लड़ने वालों लोग है। हम भगत सिंह अम्बेडकर के वारिस हैं।
जुलूस व् सभा में राकेश सिंह, विनोद भरद्वाज, मनोरमा चौहान, अशोक निषाद, सुग्रीव, नन्हे, सपना, अजय भारती, सपना श्रीवास्तव, श्रीराम, विनोद पासवान आदि लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।