गोरखपुर। बेलघाट थाना क्षेत्र के ग्राम सभा रापतपुर निवासी महिला शिक्षामित्र ध्यानती मिश्रा (43) का सोमवार को पीजीआई कालेज लखनऊ में इलाज के दौरान हो गया. शिक्षा मित्रों के अनुसार समायोजन रद होने के बाद ध्यानती मिश्रा अवसाद में थी.
शिक्षामित्र ज्ञानती मिश्रा अपने पीछे 3 बेटों -देवेंद्र मिश्रा (25), धीरेंद्र मिश्र (22), नरेंद्र मिश्र (19) और पति रविंद्र नाथ मिश्र को छोड़ गई हैं. उनकी शिक्षा मित्र के पद पर प्रथम नियुक्ति प्राथमिक विद्यालय रापतपुर ( बेलघाट) में 23 सितंबर 2002 को हुई. शिक्षक के पद पर समायोजन के बाद उनको 5 मई 2015 को प्राथमिक विद्यालय टीकापुर बेलघाट में तैनात किया गया. 25 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट से शिक्षामित्रों का समायोजन रद होने के बाद वह अवसाद में चल रही थी. शुक्रवार 20 अप्रैल को सिर में दर्द व उल्टी होने के बाद वह अचेत हो गईं. उन्हें पहले बेलघाट हॉस्पिटल, उसके बाद सदर जिला अस्पताल ,फिर मेडिकल और वहां से पीजीआई ले जाया गया. सोमवार की रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को कम्हरिया घाट पर हुआ. इस मौके पर आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के ब्लॉक अध्यक्ष हुकुम चंद चौहान, संतोष पांडे ,उत्तम राय, लक्ष्मीकांत, शिवाजी मिश्रा, सज्जन रब्बानी, रामअवतार मोर्य ,रमेश ,त्रिलोकीनाथ मोर्य ,सुनील कुमार ,धनुषधारी ,लालचंद्र, गिरधारी यादव ,पिंकी गुप्ता, निर्मला सिंह, कुसुम मौर्य, सत्यावती ,अंजनी मिश्रा, सीमा ,अनीता सिंह , रजनी सिंह , संगीता आदि ने उपस्थित होकर दुख प्रकट किया. प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष केडी यादव, रामचंद्र शाही, उमापति दुबे ,अशोक यादव, सुधीर प्रताप मिश्र, उपस्थित रहे. इस घटना पर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने भी शोक प्रकट करते हुए सरकार से सवाल किया है कि प्रदेश में अब तक 600 से अधिक शिक्षामित्रों की असमय मौत हो चुकी है अब उसे और कितनी मौत चाहिए ? यह सिलसिला अब रुकना चाहिए. सरकार को आगे आकर कोई न कोई रास्ता अब जल्द निकालना चाहिए.