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बहपुरवा हादसे में घायल बच्चों को देखने बीआरडी मेडिकल कालेज पहुंचे सीएम

ड्राइवर व चार घायल बच्चों का चल रहा इलाज

एक बच्चे के अलावा सभी घायलों को है गंभीर हेड इंजरी
गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कालेज के नेहरु चिकित्सालय स्थित 100 बेड इंसेफेलाइटिस वार्ड के गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराये गये घायल बच्चों और वैन चालक को देखने 26 अप्रैल को अपराह्न 1.15 बजे सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे। घायल छात्र कृष्णा को छोड़ कोई अन्य ऐसा नहीं था जो घटना के संबंध में कोई भी जानकारी सीएम को दे पाता। सीएम ने कृष्णा से बात की।
बीआरडी मेडिकल कालेज के प्राचार्य, डॉक्टरों और जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को इलाज और अन्य जरुरी सुविधा बिना किसी लापरवाही के मुहैया कराने का निर्देश दिया।
इंसेफेलाइटिस वार्ड के मुख्य प्रवेश द्वार पर मीडिया से योगी आदित्यनाथ मुखातिब हुए। सीएम ने कहा कि उन्हें बच्चों की मौत का बेहद दु:ख है। मैं घटनास्थल और पडरौना स्थित कुशीनगर जिले के जिला अस्पताल गया था। मौके पर 13 स्कूली बच्चों की मौत हुई है। बीआरडी मेडिकल कालेज में वैन के ड्राइवर और चार बच्चों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। एक बच्चे को छोड़कर अन्य सभी की हालत गंभीर है। डॉक्टरों द्वारा सभी को बेहतर से बेहतर चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने का अपने स्तर पर पूरा प्रयास किया जा रहा है। यहां और कुशीनगर दोनों जिलों के जिला प्रशासन के समस्त संबंधितों को निर्देश दिया गया है कि पीड़ितों को हर जरुरी सहायता बिना बिलंब के उठायें। गोरखपुर के कमिश्नर को इस घटना की जांच कर गुरुवार की शाम तक अपनी रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि रेलमंत्री से मानवरहित क्रासिंग को मानवयुक्त क्रासिंग किये जाने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री, रेलमंत्री और ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। रेलमंत्रालय ने अपनी ओर से प्रत्येक मृतक के परिजन को दो-दो लाख, घायलों को एक-एक लाख और राज्य सरकार की ओर से मैने प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता दिये जाने की घोषणा की है। क्षमता से अधिक वैन में बच्चों का बैठाये जाने, चालक द्वारा वाहन चलाते समय हेडफोन पर गाना सुनने की बात, ट्रेन को देखकर बच्चों द्वारा शोर मचाकर चालक को सतर्क करने की बात को अनसुनी किये जाने की बात सामने आयी है। कमिश्नर की रिपोर्ट मिलने के बाद जो भी दोषी पाया जायेगा उसके विरुद्ध राज्य और केंद्र की सरकार के साथ ही रेल मंत्रालय भी कड़ी कार्रवाई करेगा।
इस दौरान केन्द्रीय वित राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला, विधायक डॉ राधामोहन दास अग्रवाल, महेन्द्रपाल सिंह, प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी, जिलाधिकारी के विजयेन्द्र पाण्डियन, पुलिस अधीक्षक शलभ माथुर, प्रिंसिपल मेडिकल कालेज डा गणेश कुमार एंव जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।

100 बेड इंसेफेलाइटिस वार्ड के गहन चिकित्सा कक्ष में तालिब (7), रोशनी (9), कृष्णा (9) पुत्र कैलाश निवासी बैरियाई दुधई कुशीनगर, समीर (7) एवं  22 वर्षीय चालक नियाज की भर्ती किया गया है.घायल बच्चों के भर्ती होने के बाद तालिब के पिता जमालुद्दीन और समीर के पिता हसन निवासी बतरौली धुरखड़वा विशुनपुरा दुधही कुशीनगर बीआरडी पहुंचे पहुंचे. बेहोश चालक की पहचान उसके चाचा नबी रसूल ने अपने भतीजे नियाज (20) पुत्र नासिरुद्दीन निवासी शाहपुर खलवा पट्टी, विशुनपुरा दुधही कुशीनगर के रुप में की। रोशनी और कृष्णा के परिजन मेडिकल कालेज नहीं पहुंच सके थे। बीआरडी में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे समीर को यह नहीं मालूम है कि वह अपनी दो लाडली बहनों तमन्ना (4) और साजिदा (2) को सदा के लिए इसी हादसे में खो चुका है। इनका बड़ा भाई अब्दुल्ला आज मदरसे में गरीबों को भोजन कराने के लिए घर पर ही रुक गया था। वह भी इसी वैन से रोज स्कूल जाता था।

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