ड्राइवर व चार घायल बच्चों का चल रहा इलाज
100 बेड इंसेफेलाइटिस वार्ड के गहन चिकित्सा कक्ष में तालिब (7), रोशनी (9), कृष्णा (9) पुत्र कैलाश निवासी बैरियाई दुधई कुशीनगर, समीर (7) एवं 22 वर्षीय चालक नियाज की भर्ती किया गया है.घायल बच्चों के भर्ती होने के बाद तालिब के पिता जमालुद्दीन और समीर के पिता हसन निवासी बतरौली धुरखड़वा विशुनपुरा दुधही कुशीनगर बीआरडी पहुंचे पहुंचे. बेहोश चालक की पहचान उसके चाचा नबी रसूल ने अपने भतीजे नियाज (20) पुत्र नासिरुद्दीन निवासी शाहपुर खलवा पट्टी, विशुनपुरा दुधही कुशीनगर के रुप में की। रोशनी और कृष्णा के परिजन मेडिकल कालेज नहीं पहुंच सके थे। बीआरडी में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे समीर को यह नहीं मालूम है कि वह अपनी दो लाडली बहनों तमन्ना (4) और साजिदा (2) को सदा के लिए इसी हादसे में खो चुका है। इनका बड़ा भाई अब्दुल्ला आज मदरसे में गरीबों को भोजन कराने के लिए घर पर ही रुक गया था। वह भी इसी वैन से रोज स्कूल जाता था।