गोरखपुर. इस वर्ष के सात महीने (जनवरी से जुलाई) में इंसेफेलाइटिस से बीआरडी मेडिकल कालेज में 92 लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें अधिकतर बच्चे थे.
पिछले दो वर्षों के मुकाबले इन सात महीनों में इंसेफेलाइटिस के मरीजों की संख्या और मौत में कमी है लेकिन मृत्यु दर काफी ऊँची यानि 32.24 फीसदी हो गई है जो चिंता का विषय है.
बीआरडी मेडिकल कालेज में एक जनवरी से 31 जुलाई तक इंसेफेलाइटिस के 278 मरीज भर्ती हुए. इनमें 92 की मौत हो गई.
बीआरडी में इंसेफेलाइटिस सबसे मरने वाले मरीजों में गोरखपुर और बिहार के सर्वाधिक थे. इन सात महीनों में बिहार और गोरखपुर जिले के 20-20 इंसेफेलाइटिस मरीजों की मौत हुई है. इसके अलावा कुशीनगर जिले के 14, देवरिया जिले के 12, महराजगंज जिले के 08, बस्ती जिले के 4, सिद्दार्थनगर के 8 और संतकबीरनगर व मउ जिले के 3-3 इंसेफेलाइटिस रोगियों की मौत हुई है.
बीआरडी मेडिकल कालेज सहित चार जिलों-गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया और कुशीनगर में इस वर्ष एक जनवरी से 25 जुलाई तक इंसेफेलाइटिस (एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम) से 57 रोगियों की मौत हुई है. इस दौरान इंसेफेलाइटिस के कुल 439 मरीज बीआरडी मेडिकल कालेज के अलावा चारों जिलों के जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी में भर्ती हुए. इन चार जिलों में एक मरीज में जापानी इंसेफेलाइटिस की पुष्टि हुई और उसकी मौत हो गई. यह मरीज गोरखपुर जिले का था.
वर्ष 2016 में इसी अवधि में इन चार जिलों में एईएस (एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम) के 500 मरीज सरकारी अस्पतालों में भर्ती हुए जिसमे 69 की मौत हो गई. इसके अलावा इन चार जिलों में जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) के 11 मरीज सरकारी अस्पतालों में भर्ती हुए जिसमें दो की मौत हो गई.
बीआरडी मेडिकल कालेज में इंसेफेलाइटिस (जेई/एईएस)से मौतें
Month | 2016 | 2017 | 2018 | |||
case | death | case | death | case | death | |
Jan | 26 | 10 | 31 | o9 | 21 | 06 |
Feb | 47 | 09 | 35 | 06 | 32 | 09 |
March | 35 | 14 | 38 | 18 | 31 | 18 |
April | 25 | 11 | 33 | 10 | 45 | 07 |
May | 38 | 16 | 43 | 12 | 38 | 18 |
June | 46 | 13 | 49 | 14 | 48 | 15 |
July | 155 | 23 | 149 | 33 | 63 | 19 |
Total | 372 | 96 | 378 | 102 | 278 | 92 |
% | 25.80 | 26.98 | 33.09 |
* आंकड़े 31 जुलाई 2018 तक के हैं