गोरखपुर: जिन गांवों से जेई/एईएस के सबसे ज्यादा मरीज आये हैं, वहां तैनात आशा प्रशासन के निशाने पर हैं। मंडलायुक्त अनिल कुमार ने गोरखपुर मंडल के सभी जिलों के सीएमओ को ऐसे गांवों की आशाओं के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है।
यह निर्देश मंडलायुक्त ने विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान दिये। उन्होंने जेई/एईएस प्रभावित गांव में शीघ्रातिशीघ्र शौचालय निर्माण का काम ओडीएफ के दृष्टिगत 30 सितम्बर तक हर हाल में पूर्ण कराने का फरमान जारी किया । इस दौरान उन्होंने जनपद में बन रहे सभी सेतुओं के निर्माण की गुणवत्ता देखने के लिए जिलाधिकारियों को थर्ड पार्टी निरीक्षण कराने का भी निर्देश जारी किया।
गोरखपुर के कमिश्नर ने की मंडलीय समीक्षा बैठक, 30 सितंबर तक जेई/एईएस प्रभावित गांवों में हर घरमें शौचालय बना देने का निर्देश
बाढ़ विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि बचाव कार्य हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण कराते हुए विशेष सतर्कता बरती जाये। पालीथीन के रोकथाम के लिए प्रवर्तन कार्य करने के लिए भी निर्देश दिया। छात्रवृत्ति की समीक्षा करते हुए उप निदेशक समाज कल्याण को समय से आनलाइन फीडिंग कराने का निर्देश दिया।
ग्रामीण पेयजल योजना की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि जो भी परियोजनाएं खराब है उसे तत्काल दुरुस्त कर संचालित किया जाये। उन्होंने दवाओं की उपलब्धता, एम्बुलेंस के संचालन, डाक्टरों की उपस्थिति तथा संस्थागत प्रसव की समीक्षा की। स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए बनाये जा रहे प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र, पीकू, मेटरनिटी विंग एंव उप केन्द्रों की जनपदवार निर्माण की समीक्षा करते हुए तेजी से कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया।
मण्डलायुक्त ने यूनीफार्म वितरण, सेतु निर्माण, किताबों के वितरण, 50 लाख से उपर की लागत से बनने वाली विभिन्न सड़कों, अमृत योजना, सालिड वेस्ट मेनेजमेन्ट, गन्ना भुगतान, प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय निर्माण, सम्पूर्ण समाधान दिवस, आईजीआरएस, गेहूं खरीद में किसानों के भुगतान की स्थिति, साफ सफाई एंव एलईडी लाइट की स्थापना, कर करेत्तर तथा एण्टी भूमाफिया आदि की भी समीक्षा की।
बैठक में जिलाधिकारी के विजयेन्द्र पाण्डियन, देवरिया अमित किशोर, कुशीनगर डा अनिल कुमार सिंह, महराजगंज अमरनाथ उपाध्याय सहित चारों जनपदों के मुख्य विकास अधिकारी एंव उप निदेशक अर्थ एंव संख्या ए.ए अंसारी सहित मण्डलीय अधिकारी उपस्थित रहे।