-विश्व हाइपरटेंशन दिवस पर शिविर का आयोजन
देवरिया। विश्व हाइपरटेंशन दिवस पर शुक्रवार को जिला अस्पताल परिसर में जनपद स्तरीय संवेदीकरण गोष्ठी एवं स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन किया गया। इसमें चिकित्साधिकारियों ने लोगों को हाइपरटेंशन बीमारी के प्रति जागरूक किया।
शिविर में सीएमओ डॉ धीरेन्द्र कुमार ने कहा कि आजकल की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हम अपने लिए वक्त ही नहीं निकाल पाते। गलत खानपान की आदतों के कारण हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों को दावत देते हैं। इसे साइलेंट किलर बीमारी माना जाता है। इसके साथ ही यह जानकर हैरानी होगी कि हार्ट अटैक हाइपरटेंशन की वजह से भी हो सकता है।
उन्होंने कहा कि हर साल 17 मई को विश्व हाइपरटेंशन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य यह है कि लोगों को हाई ब्लड प्रेशर के खतरों के बारे में बताया जाए और इसे कंट्रोल करने व ठीक करने के तरीकों के बारे में जागरूक किया जाए। एसीएमओ डॉ एसएन सिंह ने कहा कि 40 फीसदी आबादी को यह बात पता है कि उन्हें यह भयानक बीमारी है, लेकिन इसमें ज्यादा ध्यान न देने के कारण मौत के मुंह में चले जाते हैं।
उन्होंने कहा कि हाइपरटेंशन यानी कि हाई ब्लड प्रेशर वह स्थिति होती है, जब धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ता है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें तनाव, फास्ट फूड, व्यायाम की कमी, धूम्रपान का सेवन आदि शामिल है। हाइपरटेंशन बढ़ने से इसका असर शरीर के मुख्य अंगों जैसे, ब्रेन, किडनी, हृदय, आंख आदि पर होता है।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे डीसीपीएम डॉ राजेश गुप्ता ने कहा कि जब हाइपरटेंशन बढ़ता है तब शरीर के कई अंदरूनी अंग कमजोर और ख़राब हो जाते हैं। साथ ही हार्ट चैम्बर्स के मोटे हो जाने के कारण पूरे शरीर में खून ठीक से नहीं पहुंच पाता है जिससे कारण थकान और अनिद्रा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अधिक उम्र, तंबाकू का सेवन, मोटापा, ज्यादा नमक का सेवन, शराब का सेवन, तनाव हाइपरटेंशन के कारण हैं। इसके प्रति लोगों को जागरूक होना बेहद जरुरी है।
कार्यक्रम में डॉ संजय चंद्रा, सीएमएस डॉ छोटेलाल, सीएमएस माला सिन्हा, डीएएस प्रमोद जायसवाल, प्रमोद कुमार सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे।