महराजगंज. जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय ने जिला गोसदन मधवलिया का शुक्रवार को शाम पांच बजे निरीक्षण किया.इस गो सदन में छह दिन में 57 गोवंशीय पशुओं की मौत की खबर आई थी.
डीएम ने सबसे पहले वहां मौजूद अधिकारियों व कर्मचारियों से व्यवस्था की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने पशु चिकित्सकों से पशुओं के मौत के बावत जानकारी मांगी तो चिकित्सकों ने बताया कि गोसदन के 80 प्रतिशत गोवंशीय पशुओं की मौत प्लास्टिक कचरा खाने के कारण हो रही है। जबकि कुछ पशुओं की मौत बुखार और डिहाइड्रेशन से हो रही है।
गोसदन के निरीक्षण के बाद डीएम अमरनाथ उपाध्याय ने बताया कि गोसदन की स्थापना 1957 में की गयी थी लेकिन यहां सुविधाओं का अभाव था। कुछ वर्ष से यहां सुविधाए बढाई गयी है। अभी गोसदन में 5 टिन शेड बनाये गये हैं। जिसमे 2 मनरेगा से बनवाया गया है। जल्द ही 1 करोड़ 80 लाख की लागत से नगर विकास विभाग द्वारा 5 शेड और बनाएं जाएंगे। इस दौरान मुख्य पशु चिकित्सक, एसडीएम देवेन्द्र कुमार, नायब तहसीलदार रवि सिंह, खंड विकास अधिकारी सहित तमाम अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
मैरी गांव स्थित मधवलिया गोसदन में शुक्रवार को जिलाधिकारी के आने की सुचना गोसदन में साफ सफाई का कार्य किया जाने लगा। गोसदन में मृत पड़े गोवंशीय पशुओं को गोसदन से दूर ले जाकर रखा गया था।जिलाधिकारी गोसदन का निरीक्षण कर गोसदन से जैसे ही बाहर निकले की गो सेवकों द्वारा ठेलों पर मवेशियों के शव को लादकर लाने का क्रम शुरू हो गया।