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न्याय पदयात्रा रोके जाने के खिलाफ कांग्रेस का 2 अक्टूबर को लखनऊ में जन आक्रोश मार्च

शाहजहांपुर/लखनऊ. कांग्रेस ने शाहजहांपुर की बेटी को न्याय दिलाने के लिए हो रही पदयात्रा को योगी सरकार द्वारा रोके जाने को लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। न्याय पदयात्रा रोके जाने के विरोध में दो अक्टूबर को लखनऊ में जन आक्रोश मार्च का एलान किया गया है जिसकी अगुवाई कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी कर सकती हैं.

आक्रोश मार्च में कांग्रेस के विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, पीसीसी सदस्य, एआईसीसी सदस्य, पूर्व पदाधिकारी भी शामिल होंगे।

योगी सरकार ने कांग्रेस को शाहजहांपुर से लखनऊ तक की आठ दिवसीय पदयात्रा को अनुमति नहीं दी और पदयात्रा में शामिल होने जा रहे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को सैकड़ों की संख्या में गिरफ्तार कर लिया. पूरे शाहजहाँपुर की सीमाएँ सीलकर दूसरे जिले से आ रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोका गया। कांग्रेस नेताओं को उनके घरों में नजरबंद किया गया। किसी तरह शाहजहांपुर पहुंचे सैकड़ों कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार कर पुलिस भेज दिया गया जहाँ देर शाम  उनको रिहा किया गया।

सुबह 8 बजे उत्तर प्रदेश विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू को पुलिस ने गिरफ्तार किया. राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर को होटल में नजरबंद कर दिया गया तो राष्ट्रीय सचिव सचिन नाइक को कार्यकर्ताओं के साथ पदयात्रा करते समय गिरफ्तार किया गया।

महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव (पूर्व सांसद) और विधायक मोना मिश्रा को शाहजहाँपुर-सीतापुर बॉर्डर पर गिरफ़्तार किया गया. पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद को उनके घर में ही नज़रबंद कर दिया गया.

अपने घर में नज़रबंद किये गए पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जितिन प्रसाद ने कहा कि भाजपा की तानाशाही के खिलाफ कांग्रेस लंबी लड़ाई लड़ने को तैयार है।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस पूर्वी के इंचार्ज व विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि शाहजहांपुर की बेटी को इंसाफ दिलाने के निकल रही पदयात्रा को रोके जाने के खिलाफ 2 अक्टूबर को लखनऊ में विशाल जन आक्रोश मार्च किया जाएगा।

उन्होंने जारी प्रेस नोट में कहा कि यह जिस तरह से सूबे की सरकार चिन्मयानंद को बचाने के लिए पूरे प्रदेश में दमन कर रही है उसके खिलाफ हर लड़ाई को लड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी तैयार है।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रभारी सचिव धीरज गुर्जर, रोहित चौधरी, सचिन नाइक ने जारी संयुक्त बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने हर हाल में बलात्कारी मंत्री को बचा कर साबित कर दिया है कि पूरी सरकार बलात्कार के आरोपी चिन्मयानंद की चरण वंदना कर रही है। आरोपी चिन्मयानंद को जेल भेजने के बजाय एसी कमरे में रखा गया है। दूसरी तरफ पीड़िता को ही जेल की कोठरी में फेंक दिया गया है। पदयात्रा रोक कर भाजपा ने साफ कर दिया है कि उनकी प्राथमिकता चिन्मयानंद को बचाना मात्र है।

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