गोरखपुर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पिपराइच में 5000 टी.सी.डी. पेराई क्षमता की नई चीनी मिल एवं 27 मेगावाट को-जनरेशन प्लान्ट का लोकार्पण किया. उन्होंने कुशीनगर में हाटा-मझने-नाला-पिपराइच मार्ग तथा परतावल-पिपराइच मार्ग के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास भी किया.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि पिपराइच चीनी मिल किसानों की खुशहाली का आधार होगी. वर्ष 2011 में चीनी मिल बन्द हो गयी थी. सरकार बनने के बाद पिपराइच चीनी मिल को पुनः निर्मित कर संचालित करने का निर्णय लिया गया. उन्होंने कहा कि पिपराइच चीनी मिल की क्षमता 8000 से बढ़ाकर 50 हजार कर दिया गया है. मिल में चीनी के साथ साथ 27 मेगावाट बिजली का भी उत्पादन भी होगा जिसमें 2 से 3 मेगावाट बिजली का प्रयोग चीनी मिल में किया जायेगा. शेष बिजली आस-पास के क्षेत्र के प्रयोग में आयेगी.
उन्होंने कहा कि पिपराइच चीनी मिल में सल्फरलेस शुगर प्लान्ट से चीनी का निर्माण होगा. मिल में बिजली के उत्पादन से 30 करोड़ रू0 की बचत होगी और किसानों का समय से उनके गन्ना मूल्य का भुगतान होगा तथा द्वितीय चरण में चीनी मिल में अत्याधुनिक डिस्टलरी का निर्माण होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के 76 हजार करोड़ रू0 का गन्ना मूल्य बकाया का भुगतान किया जा चुका है. किसानों के पाई-पाई का भुगतान किया जायेगा. उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से खाद कारखाना भी संचालित हो जायेगा तथा सरकार द्वारा भरपूर बिजली, सुरक्षा आदि की ठोस व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने किसानों से अपील किया कि किसान खेतों मे पराली न जलायें. इससे प्रदूषण होता है, बच्चों को विद्यालय अवश्य भेजे तथा गरीबों और जरूरतमंदों को कम्बल आदि का वितरण भी किया जाये. उन्होंने कहा कि कोई भी खुले में न सोये इसके लिए रैन बसेरों की व्यवस्था की जाये.
इस अवसर पर गन्ना और चीनी उद्योग मंत्री सुरेश राणा ने अपने सम्बोधन में कहा कि पूर्वान्चल चीनी मिल कटोरा बनेगा और पूर्वान्चल में चीनी मिलों के संचालन होने पर यहां के लोगों को प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी मिलेगा.
इस अवसर पर सदर सांसद रविकिशन, विधायक पिपराइच महेन्द्रपाल सिंह ने भी लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार लगातार विकास के लिए कार्य कर रही है. कार्यक्रम में जनपद के प्रभारी मंत्री रमापति शास्त्री सहित विभिन्न जन प्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित रहे.