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इंसेफेलाटिस से दिव्यांग हुए बच्चों के शिविर में पहले दिन गोरखपुर-देवरिया के 211 दिव्यांगों का हुआ परीक्षण

गोरखपुर। इंसेफेलाइटिस से दिव्यांग हुए बच्चों के चिकित्सकीय निदान व पुनर्वास के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज में लगाए गए शिविर के पहले दिन 211 दिव्यांगों का परीक्षण व पुनर्वास के लिए पंजीकृत किया गया। पंजीकृत दिव्यांगों में 66.6 फीसदी बौद्धिक क्षमता और 33.4 फीसदी शारीरिक दिव्यांगता के थे।

इस शिविर का आयोजन सामाजिक संगन पहल ने समेकित क्षेत्रीय केन्द्र (सीआरसी) ने किया है। शिविर में पहले दिन गोरखपुर और देवरिया जिले के दिव्यांगजन आए।
शिविर का उद्घाटन दिव्यांग बच्ची खुशी ने किया। इस मौके पर कमिश्नर जयंत नार्लीकर, डीएम के विजयेन्द्र पांडियन, बीआरडी मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा. गणेश कुमार आदि उपस्थित थे।

शिविर के संयोजक डा, वीके श्रीवास्तव ने बताया कि शिविर में पंजीकृत हुए 73 दिव्यांग जनों को फालोअप के लिए सीआरसी और डीआरसी में बुलाया जाएगा। उपकरण वितरण के लिए सीआरसी ने 27 और दिव्यांग कल्याण विभाग ने 28 दिव्यांगों को चिन्हित किया। शिविर में 4 दिव्यांगों को व्हीलचेयर और ट्राईसाइकिल दिया गया। इसके अलावा 51 को जिला स्तर पर उपकरण दिया जाएगा।

शिविर में टाटा ट्रस्ट ने सभी के बीच हेल्थ किट बांटे जिसमें मच्छरदानी, साबुन, क्रीम आदि थे। भारतीय स्टेट बैंक की लेडीज क्लब द्वारा कम्बल वितरित किया गया।


शिविर में दिव्यांगों का परीक्षण बीआरडी मेडिकल कालेज के बाल रोग विभाग, मेडिसिन, मानसिक रोग, न्यूरो, आंख, नाक, कान, गला, हड्डी रोग विभाग के चिकित्सकों ने किया। इस कार्य में सीआरसी, पीएमआर, मनोविकास केन्द्र के विशेषज्ञों के अलावा आईएमए के चिकित्सकों ने भी सहयोग दिया। शिविर के संचालन में फातिमा अस्पताल के नर्सिंग कालेज और सेंट जोसेफ कालेज की छात्राओं ने सराहनीय योगदान दिया।

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