गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से 2017 के विधानसभा चुनाव में बगावत कर अलग हुए हिन्दू युवा वाहिनी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह शनिवार को लखनऊ में सपा में शामिल हो गए। इसके साथ ही उन्होंने अपने संगठन हिन्दू युवा वाहिनी भारत का सपा में विलय कर लिया।
सपा द्वारा आयोजित सदस्यता ग्रहण समारोह में सुनील सिंह अपने संगठन के 40 नेताओं के साथ सपा में शामिल हुए। उनके साथ सपा में शामिल होने वाले प्रमुख लोगों में के.के. सिंह, सुशील शुक्ला, रोहित चौधरी, विजय शुक्ला, सौरभ विश्वकर्मा, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, चन्दन विश्वकर्मा, हिमांशू शेखर, ओम प्रकाश विश्वकर्मा आदि के नाम प्रमुख हैं।
श्री सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी के संस्थापक एवं पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव, नेता विरोधी दल रामगोविन्द चौधरी, राष्ट्रीय महामंत्री इन्द्रजीत सरोज, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी सहित कई बड़े नेता उपस्थित थे।
सुनील सिंह के सपा में शामिल होने के मौके पर गोरखपुर से सपा के सभी बड़े नेता भी आए थे।
सुनील सिंह ने योगी आदित्यनाथ और हिन्दू युवा वाहिनी से अलग होने के बाद 13 मई 2018 को हिन्दू युवा वाहिनी भारत नाम का संगठन बना लिया था। वह खुद इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष थे।
इस संगठन के बनने के बाद हिन्दू युवा वाहिनी के एक नेता से विवाद के बाद 31 जुलाई 2018 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. एक ही रात उनके खिलाफ चार मुकदमे दर्ज कर लिए गए. बाद में उन पर रासुका लगा दिया गया. वह छह महीने तक जेल में रहे.
जेल से छूटने के बाद वह फिर सक्रिय हुए. वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने गोरखपुर संसदीय क्षेत्र से नामांकन किया था लेकिन उनका नामांकन खारिज कर दिया गया था। तब उन्होंने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री के इशारे पर उनका नामांकन खारिज किया गया है।
समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के मौके पर सुनील सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला किया और कहा कि योगी सरकार प्रदेश के नौजवानों, किसानों, मजदूरों, गरीबों, व्यापारियों, कर्मचारियों के सपनों की हत्या करने वाली सरकार है। श्री सिंह ने कहा कि उन्होंने धोखे में आकर योगी आदित्यनाथ और भाजपा को मजबूत करने में अपना खून-पसीना लगाया था लेकिन अब वह योगी आदित्यनाथ की जालिम सरकार को उखाड़ फेंकने और उत्तर प्रदेश में फिर से अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने का कार्य करेंगे।
सुनील सिंह को सपा के मंच पर काफी तवज्जो मिली। मंच से उनका बार-बार उल्लेख करते हुए सपा में शामिल होने पर स्वागत किया गया।