कुशीनगर. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से पड़ोसी बिहार राज्य के पश्चिमी चंपारण में नरकटियागंज के मठिया गांव में आयी बारात लॉकडाउनलाक के कारण वापस नहीं जा पायी है. एक महीने से अधिक समय से 9 बाराती दुल्हन के घर रुके हुए हैं. दुल्हन के पिता लिए बारातियों को भोजन –पानी का इंतजाम करना मुश्किल हो गया है.
दुल्हन के पिता अनवारुल हक़ ने अपने समधी अकबर के साथ नरकटियागंज ब्लॉक मुख्यालय पर जाकर खंड विकास अधिकारी से राशन दिलाने की मांग की है.
पश्चिमी चंपारण जिले के रामपुर तुमकडिया पंचायत के मठिया गांव निवासी अनवारुल ने अपनी बेटी सलमा की शादी गाजियाबाद बुध कॉलोनी निवासी अकबर के बेटे आबिद से तय की थी. शादी 24 मार्च को तय थी. बारात वधू पक्ष के घर पहुँच गयी और 24 मार्च को निकाह भी हो गया लेकिन 25 अप्रैल के देशव्यापी लॉकडाउन के कारन बारात वापस नहीं जा सकी.
बारात में दूल्हा के साथ पिता अकबर, माँ , बहनोई , भाई , चाचा , चाची , उनकी दो लड़कियों समेत 17 लोग मठिया गांव आये थे. लाक डाउन की घोषणा से पहले 8 बाराती लौट गए पर नौ बाराती घराती के घर रुक गए. वधू पक्ष के सारे नात-रिश्तेदार भी किसी तरह अपने-अपने घर चले गए हैं लेकिन अपने घर के 6 सदस्यों सहित 9 बारातियों के लिए भोजन पानी का इंतजाम अब अनावरुल से नहीं हो पा रहा है. कुछ समय तक पड़ोसियों ने मदद की लेकिन बाद में उन्होंने भी हाथ खड़े कर दिए.
अनवारुल के गुहार पर गांव के कोटेदार ने कुछ राशन दिया लेकिन वह भी खत्म हो गया. तब अनवारुल ने मुखिया को अपनी आपबीती सुनाई. उनके द्वारा दिया गया राशन कुछ दिन तक चला. हालात इस पर भी नहीं संभले तो अनवारुल हक़ ने अपने समधी अकबर को लेकर नरकटियागंज के बीडियो से मिले और राशन दिलाने का अनुरोध किया. प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग से घाराती और बाराती सभी को राशन मिल रहा है.
बीडीओ राघवेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि सूचना मिलने पर पंचायत के मुखिया से संपर्क कर प्रशासनिक स्तर पर हर संभव सहायता की जा रही है .