गोरखपुर. नगर विधायक डा राधा मोहन दास अग्रवाल ने आज प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से बात की और गोरखपुर में जिलाधिकारी द्वारा कल से सारी दुकानें खोले जाने से असहमति जताई।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि गोरखपुर में मजदूरों के आने के बाद से जीरो से बढ़कर 60 मरीज हो गये और आपका ही बयान है कि बाहर से आने वाले मजदूर कोरोना लेकर आ रहे हैं। बेतियाहाता, रफी अहमद किदवई मोहद्दीपुर, मान्टेसरी गली चारफाटक, प्रदूषण चौराहा झारखंडी, विशुनपुरवा, झरनाटोला, रसूलपुर तथा तिवारीपुर में हाट-जोन घोषित हो चुका है। ऐसे तो धीरे-धीरे पूरा शहर हाट-जोन होकर सील हो जायेगा। वैसे भी अब दुकानों के बंद होने से ही थोड़ा लाकडाऊन है और दुकानों के खुलने के बाद वो भी खत्म हो जायेगा। रोस्टर-वोस्टर से क्या फर्क पड़ता है। नगर विधायक ने कहा कि हमारी सोच है कि जितने मजदूरों को बुलाना हो, उन्हें बुलाकर होम क्वारेन्टाईन कर दिया जाये, उसके बाद ही बाजार खोले जाएं।
नगर बिधायक ने इसके पूर्व मण्डलायुक तथा जिलाधिकारी गोरखपुर से बात की और कहा कि मुख्यमंत्री का आफिसियल बयान है कि मुम्बई से आने वाले 75% मजदूर तथा दिल्ली से आने वाले 50 % मजदूर कोरोना से संक्रमित हैं। रोज गोरखपुर में 24-24 ट्रेनों से मजदूर आ रहे हैं। इसमें कोई भी नहीं जान सकता कि कितने मजदूरों को कोरोना होगा, क्योंकि 80 % मरीजों में बिमारी के कोई लक्षण नहीं होते हैं। मजदूरों के आने के पहले गोरखपुर कोरोना मुक्त था और आज कुल 60 मरीज हो चुके हैं।
नगर विधायक ने कहा कि ऐसी परिस्थिति में सारे बाजारों को खोल देना, भले ही वो एक दिन के अंतराल पर खुले, तर्क और समझ के परे है। महामारी अधिनियम – 1894 में जिलाधिकारी को ही स्थानीय परिस्थितियों के आधार पर स्व-विवेक से निर्णय लेना होता है। उन्होंने कहा कि आपको करना यह चाहिए कि जितने भी मजदूरों को बुलाना हो, उन्हें अंतिम रूप से बुलाकर कड़ाई के साथ क्वारेन्टाईन कर लीजिए, उसके बाद निश्चिंत होकर दुकानें खोलिये। यही लाकडाऊन हटाने की वैज्ञानिक अवधारणा भी होगी।
नगर विधायक ने व्यापार मण्डल के अध्यक्ष सत्य प्रकाश सिंह मुन्ना से बात की और कहा कि दुकानों के खुलने के बाद, कोई भी दुकानदार यह नहीं बता पायेगा कि उसके किस ग्राहक को कोरोना है और किसको नहीं है, क्योंकि 80 % मरीजों में कोई लक्षण नहीं होते हैं। ऐसे में अगर ग्राहक किसी सेल्समैन को बीमारी देकर चला गया तो वह दुकानदार और उसका सेल्समैन उन्हें ही कोसेगा, जो सारी दुकानों को खोलने के लिए दबाव बना रहे हैं।