गोरखपुर। किसानों, नौजवानों, बेरोजगारों की समस्याओं के साथ-साथ खराब कानून व्यवस्था, निजीकरण, महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ तहसील पर धरने के लिए निकले सपाइयों को पुलिस ने बेतियाहाता स्थित सपा कार्यालय के बाहर ही रोक लिया। इस दौरान सपाइयों की पुलिस से काफी नोकझोंक हुुई। आखिरकार सपा कार्यालय के बाहर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने सपा जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी से ज्ञापन लिया।
इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि एक ओर कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है और दूसरी तरफ भाजपा सरकार की मनमानी कार्यशैली और दमनकारी नीतियों से जनता त्रस्त है। स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं, भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नहीं है। किसान और नौजवान बेहाल हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना संकटकाल में भाजपा सरकार स्वास्थ्य सम्बंधी सुविधाएं मुहैया कराने में लापरवाह है। उचित चिकित्सा के अभाव में लोगों की जाने जा रही हैं। समाजवादी सरकार की 108 व 102 सेवाएं निष्क्रिय कर दी गई हैं। हर ग्राम पंचायत में कोरोना किट की खरीद में महाघोटाला हुआ है।भाजपा सरकार के राज में अपराधी बेखौफ हैं। पुलिस प्रशासन उनके सामने असहाय नजर आता है। रोज हत्या, लूट और अपहरण की घटनाएं हो रही है। महिलाएं एवं बच्चियां सुरक्षित नहीं। रोजगार की मांग करने पर नौजवानों पर पुलिस लाठियां चलाकर अच्छा नहीं कर रही है। अवसाद में शिक्षामित्र आत्महत्या कर रहे हैं। आरक्षण से भी खिलवाड़ हो रहा है। मुख्यमंत्री रोजगार के झूठे आंकड़े पेश कर युवाओं को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं पर अब नौजवान सच्चाई से वाकिफ है वह उनके झांसे में नहीं आएगा।
इस मौके पर जियाउल इस्लाम, अखिलेश यादव, डॉ मोहसिन खान, चंद्रबली यादव, अवधेश यादव, रजनीश यादव, विजय बहादुर यादव, जफर अमीन डक्कू, अमरेन्द्र निषाद, जितेंद्र सिंह, सिहांसन यादव, शहाब अंसारी, शकील अंसारी, राहुल गुप्ता, देवेन्द्र भूषण निषाद, सुनील सिंह, कपिल मुनि यादव, कालीशंकर, सुनील श्रीवास्तव, अशोक चैधरी, जितेंद्र यादव, बाबूराम यादव, राहुल यादव, एहतेशाम खान, आजम लारी, चर्चिल अधिकारी आदि मौजूद रहे।